आज डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान तीन शब्दों का यह मंत्र 11 बार जरूर जाप करें, सूर्य की होगी बड़ी कृपा! जानें अर्घ्य देने का समय
डूबते सूर्य को अर्घ्य सूर्यदेव की पत्नी प्रत्यूषा को समर्पित है, जो सूर्य की अंतिम किरण होती हैं।;
नई दिल्ली। आज छठ पूजा का तीसरा दिन है। कल उगते भास्कर को अर्घ्य देकर पूजा का समापन होगा। बता दें कि छठ महापर्व में डूबते सूर्य को अर्घ्य देना एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जो कृतज्ञता का प्रतीक माना जाता है। यह प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने और जीवन के सभी उतार-चढ़ाव को स्वीकार करने की भावना को दर्शाता है। आज अर्घ्य देने के दौरान तीन शब्दों का मंत्र जरूर जाप करें।
यह है मंत्र पढ़ने का नियम
डूबते सूर्य को जल अर्पित करने के लिए सबसे पहले जल में लाल चंदन, सिंदूर और लाल फूल मिलाएं। अर्घ्य देते समय 'ओम सूर्याय नमः' मंत्र का 11 बार जाप करें। इसके बाद, सूरज की ओर मुंह करते हुए 3 बार परिक्रमा करें। फिर खासकर व्रती अपने परिवार की सुख-समृद्धि, संतान की लंबी आयु और जीवन में खुशहाली के लिए प्रार्थना करें।
अर्घ्य देने का समय
डूबते सूर्य को अर्घ्य सूर्यदेव की पत्नी प्रत्यूषा को समर्पित है, जो सूर्य की अंतिम किरण होती हैं। आज अर्घ्य देने का समय शाम 5 बजकर 10 मिनट से 5 बजकर 58 मिनट तक है। इस दौरान अर्घ्य देने का काफी फल होता है।