एनसीआर में जहरीला प्रदूषण, प्रशासन के इंतजाम फेल! अब बारिश ही इसे कम कर सकता है...
लोगों को सांस संबंधी समस्याओं और आंखों में जलन का सामना करना पड़ रहा है।;
नई दिल्ली। एनसीआर का जहरीला प्रदूषण अब बारिश ही कम कर सकता है। प्रशासन के इंतजाम भी प्रदूषण को कम करने में काम नहीं आ रहे हैं। जहरीली हवा में कुछ कमी तो आई है। लेकिन इसका ज्यादा असर नहीं पड़ रहा है। जहरीले प्रदूषण की वजह से लोग लगातार बीमार पड़ रहे हैं।
वायु गुणवत्ता सूचकांक करीब 348 किया गया दर्ज
आज यानी शुक्रवार को शहर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 348 के करीब दर्ज किया गया, जो कि बहुत खराब श्रेणी में आता है। आनंद विहार और अक्षरधाम जैसे इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 348 दर्ज किया गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, यह स्तर न केवल स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है। सीपीसीबी के मुताबिक, इलाके का एक्यूआई 348 दर्ज किया गया। वहीं, दूसरी तरफ अक्षरधाम इलाके में 348, इंडिया गेट पर 267 एक्यूआई दर्ज किया गया है।
तेज हवाओं से थोड़ी राहत, चिंता बरकरार
राजधानी दिल्ली में तेज हवाओं के चलने से वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार देखा गया है, लेकिन यह राहत अस्थायी साबित हो रही है। हवा की गुणवत्ता अभी भी 'बेहद खराब' श्रेणी में बनी हुई है, जिससे लोगों को सांस संबंधी समस्याओं और आंखों में जलन का सामना करना पड़ रहा है।