West Bengal : आरजी कर केस की बरसी पर नबन्ना मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज, पुलिस ने पीड़िता की मां को किया घायल
पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की पुलिस ने बिना उकसावे के उन्हें धक्का दिया और उनके चूड़ियां तोड़ दीं। उन्होंने चेतावनी दी कि ममता ममता बनर्जी को इस घटना की भारी कीमत चुकानी होगी;
कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार मामले को आज एक साल पूरा हो गया है। इस घटना से पूरे पश्चिम बंगाल में काफी बवाल मचा था, इसके अलावा देश में महिलाकर्मियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हुए थे। अब एक साल पूरे होने पर पूरे राज्य में तनाव का माहौल छा गया है। आरजी कर केस की बरसी पर शनिवार को कोलकाता के पार्क स्ट्रीट क्रॉसिंग पर उस वक्त तनाव फैल गया, जब नबन्ना मार्च के दौरान पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया।
सीबीआई पर सवालिया निशान खड़ा किया
इस मामले को लेकर पुलिस अलर्ट मोड पर है, प्रदर्शनकारियों पर नजर रखी जा रही है। वहीं पीड़ित परिवार ने सीबीआई पर सवालिया निशान खड़ा किया है।
आज के दिन ही मतलब 9 अगस्त को पिछले साल आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म हुआ था, इसके बाद आरोपी ने उसकी बेरहमी से कत्ल कर दिया था। इस घटना के बाद लोगों ने काफी प्रदर्शन किया एवं पुलिस पर कई तरह के आरोप भी लगे थे।
परिजनों ने भी सीबीआई पर ठीक से जांच नहीं करने का आरोप लगाया
इस रूह कंपा देने वाले मामले को लेकर अब एक बार फिर से लोगों में आक्रोश भर गया है। इस घटना के एक साल पूरे होने पर पूरे पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर जुलूस निकालते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने कहा है कि इस मामले में अब तक न्याय नहीं मिल पाया है, इसमें जो भी लोग शामिल थे, उन्हें सजा मिलनी ही चाहिए। दूसरी ओर पीड़िता के परिजनों ने भी सीबीआई पर ठीक से जांच नहीं करने का आरोप लगाया है। पीड़िता के परिवार ने कहा कि वो गृहमंत्री से मुलाकात करके इस मामले में सही जांच की मांग करेंगे। पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की पुलिस ने बिना उकसावे के उन्हें धक्का दिया और उनके चूड़ियां तोड़ दीं। उन्होंने चेतावनी दी कि ममता ममता बनर्जी को इस घटना की भारी कीमत चुकानी होगी और यह विरोध आंदोलन अब और बड़ा होगा।
सुरक्षा और आधिकारिक अनुमति के चलते मार्च पर रोक
प्रदर्शन का आह्वाहन नबन्ना अभियान के तहत किया गया था, जिस पर पुलिस ने रोक लगा दी है। पुलिस ने कहा है कि सुरक्षा और आधिकारिक अनुमति के चलते इसकी इजाजत नहीं दी गई है। इसके अलावा पुलिस पूरी तरह से तैयार है। तमाम सरकारी बिल्डिंगों के बाहर बैरिकेड्स लगाए गए हैं और भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। दरअसल नबन्ना हावड़ा का एक प्रशासनिक भवन है, जिसके बाहर छात्र और बाकी लोग प्रदर्शन करने वाले थे, जिसकी इजाजत नहीं दी गई है।