नेपाल में Gen-Z की आंदोलन और हिंसा के पीछे किसका हाथ? महाराष्ट्र के गृहराज्य मंत्री योगेश कदम ने दिया बयान…
महाराष्ट्र के गृहराज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए हिंसा पैदा करने की कोशिश करने वालों पर हमारी कड़ी नजर है।;
नई दिल्ली। नेपाल की हिंसा को देखकर भारत में भी सोशल मीडिया पर कई तरह के झूठे अफवाह फैलाए जा रहे हैं। इस मामले को महाराष्ट्र पुलिस ने संज्ञान में लिया है। पुलिस इसे लेकर सतर्क है, जिससे किसी भी प्रकार के गलत संदेश से लोगों के बीच अशांति ना फैले। वहीं महाराष्ट्र के गृहराज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए हिंसा पैदा करने की कोशिश करने वालों पर हमारी कड़ी नजर है।
योगेश कदम ने कहा
योगेश कदम ने कहा कि केंद्र और राज्य की सोशल मीडिया पॉलिसी बहुत मजबूत है। हमारी साइबर सेल सही से काम करती है। हमने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने नहीं दिया है, उसे बीच में ही कट ऑफ कर दिया गया।
नेपाल में हुई हिंसा को देखते हुए चाइना के प्रभाव देखें
कदम ने अपनी सोच के मुताबिक यह भी कहा कि नेपाल में हुई हिंसा को देखते हुए उसमें चाइना के प्रभाव को भी देखा जाए। उन्होंने आगे कहा कि नेपाल में ये क्यों हुआ यह समझना बेहद आवश्यक है। अंतर्राष्ट्रीय पॉलिटिक्स में मैंने पीएचडी की है, लेकिन नेपाल पर चाइना के प्रभाव का एक ऐसा एंगल है जिसपर विचार होना चाहिए। सोशल मीडिया पर पूरी तरह से बैन लगा देना, वो भी बिना सूचना दिए, मेरे हिसाब से बेहद कठिन निर्णय था।
सोशल मीडिया कम्युनिकेशन का माध्यम है
योगेश कदम ने आगे कहा कि सोशल मीडिया किसी से संपर्क साधने के लिए कम्युनिकेशन का बेहतर बन चुका है। मेरे हिसाब से ऐसे निर्णय तब लिए जाते हैं, जब बिल्कुल अशांति होती है। यह मेरी विचारधारा है कोई राजनीतिक आधार पर नहीं बोल रहा हूं, लेकिन जो मेरा मानना है यही है।
पीएम ने दिया था इस्तीफा
नेपाल में 8 सितंबर को छात्रों ने सोशल मीडिया बैन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया था। इस प्रदर्शन से काफी बवाल हुआ, उसके बाद राजधानी काठमांडू में संसद भवन में आग लगा दी गई। सैकड़ों गाड़ियों को आग में झोंक दी गई। तब प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दिया था।