नीतीश कैबिनेट की पहली बैठक में 10 एजेंडे पर लगी मुहर, बिहार बनेगा AI हब
बिहार को एक ‘वैश्विक- बैक एन्ड हब एवं ‘ग्लोबल वर्क प्लेस’ के रूप में विकसित किया जाएगा।;
पटना। बिहार में आज यानी मंगलवार को नीतीश सरकार ने एक साथ कई नई घोषणाएं की हैं। इन घोषणाओं में अगले पांच सालों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार देने की योजना है। प्रदेश में उद्योग को बढ़ावा देने पर बल दिया जाएगा। बता दें कि कैबिनेट ने बिहार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन, टेक्नोलॉजी हब निर्माण, 11 नए सैटेलाइट टाउनशिप, और डिफेंस कॉरिडोर जैसी योजनाओं को भी मंजूरी दी है।
कैबिनेट की बैठक में 10 एजेंडे पर लगी मुहर
आज यानी मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में 10 एजेंडे पर मुहर लगी है। बैठक के बाद मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने जानकारी देते हुए कहा कि बिहार में 25 नई चीनी मिल खोली जाएंगी। जो 9 चीनी मिलें बंद पडी हैं, उन्हें भी चालू किया जाएगा।
फिर से शुरू होंगी बंद चीनी मिलें
कैबिनेट ने नई चीनी मिलें लगाने और बंद पड़ी चीनी मिलों को फिर से चालू करने के लिए चीफ सेक्रेटरी की अगुवाई में एक हाई-लेवल कमेटी बनाने को मंजूरी दी है। सरकार का तर्क है कि इस पॉलिसी से गन्ना किसानों की इनकम बढ़ेगी और गांव की इकॉनमी मजबूत होगी।
बिहार बनेगा AI हब
कैबिनेट ने आधिकारिक तौर पर बिहार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन की स्थापना को मंजूरी दे दी है। सरकार के अनुसार, AI आने वाले समय में वैश्विक अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनने जा रही है, इसलिए बिहार को भी इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की जरूरत है। इस मिशन के माध्यम से राज्य शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, नगर प्रबंधन, नागरिक सेवाओं और औद्योगिक ढांचे में AI तकनीक का उपयोग कर बड़े परिवर्तन लाने की तैयारी कर रहा है। सरकार का उद्देश्य है कि बिहार में AI आधारित रिसर्च को बढ़ावा मिले और युवाओं को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध हों।
अग्रणी उद्यमियों से सुझाव लेने के बाद तैयार होगी नीति
इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए इस क्षेत्र की बिहार से संबंध रखने वाले अग्रणी उद्यमियों के सुझाव प्राप्त कर योजनाओं एवं नीतियों का निर्धारण किया जाएगा। बिहार को एक ‘वैश्विक- बैक एन्ड हब एवं ‘ग्लोबल वर्क प्लेस’ के रूप में विकसित किया जाएगा।