बिहार में 35 लाख फर्जी वोटर्स! लिस्ट रिवीजन का काम 83.66 प्रतिशत पूरा, जानें लिस्ट से किन्हें किया जाएगा बाहर
बिहार विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है।;
नई दिल्ली। बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव है। वहीं चुनाव से पहले आयोग ने वोटर लिस्ट रिवीजन का काम शुरू कर दिया है। हालांकि इसकी टाइमिंग को लेकर विपक्ष सवाल उठा रहा है जबकि फिलहाल ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है। वहीं चुनाव आयोग के अनुसार अब तक बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन का काम 83.66 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है।
जांच में 1.59 प्रतिशत लोग मृत पाए गए हैं
दरअसल, चुनाव आयोग ने बताया कि जांच में 1.59 प्रतिशत लोग मृत पाए गए हैं। 0.73 प्रतिशत वोटर एक से ज्यादा जगहों पर दर्ज हैं। वहीं 2.2 प्रतिशत लोग परमानेंट शिफ्ट हो चुके हैं। हालांकि 11.82 प्रतिशत वोटर्स के फॉर्म जमा होने के लिए बचे हुए हैं। बिहार में 25 जुलाई तक गणना फार्म जमा करने की अंतिम तिथि है। अब तक 6.6 करोड़ वोटर्स ने अपने फार्म जमा कर दिए हैं। चुनाव आयोग ने अब तक के सर्वे में करीब 35 लाख फर्जी वोटर्स के नाम वोटर लिस्ट से काटे जाने के संकेत दिए हैं।
88.18 फीसदी गणना फॉर्म हो चुके हैं जमा
बता दें कि ये मतदाता बिहार के कुल मतदाताओं का करीब पांच फीसदी हैं। आयोग जिन 35 लाख नामों को वोटर लिस्ट से आउट करने की तैयारी कर रही है। उनमें मृतक, बिहार से स्थाई तौर पर बाहर जा चुके वोटर्स और एक से अधिक जगह रजिस्टर्ड वोटर्स शामिल हैं। हालांकि चुनाव आयोग के अनुसार वेरिफिकेशन के लिए 88.18 फीसदी गणना फॉर्म जमा हो चुके हैं जबकि 25 जुलाई तक चलने वाले वेरिफिकेशन के लिए अभी 11 दिन बचे हैं।
आयोग ने तारीखों की आधिकारिक घोषणा नहीं की
दरअसल, बिहार विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव प्रक्रिया को इस तारीख से पहले पूरा किया जाना है। वहीं चुनाव को लेकर ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि अक्टूबर या नवंबर 2025 में होंगे। चुनाव दो या तीन चरणों में संपन्न हो सकते हैं। फिलहाल चुनाव आयोग ने तारीखों की आधिकारिक घोषणा नहीं की है।