अलीगढ़ में चंद्रचूड़ सिंह की हवेली बेचने का षड्यंत्र! अभिनेता बोले—अब चुप नहीं रहेंगे, कानूनी लड़ाई लड़ेंगे

अपनी आगामी फिल्म ‘बयान’ के प्रमोशन के दौरान अलीगढ़ पहुंचे अभिनेता ने सोमवार को हवेली परिसर में मीडिया से बातचीत कर यह सनसनीखेज दावा किया।;

By :  DeskNoida
Update: 2025-12-01 21:30 GMT

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता चंद्रचूड़ सिंह की विरासत से जुड़ा एक बड़ा विवाद सामने आया है। चंद्रचूड़ सिंह ने आरोप लगाया है कि उनके परिवार की जलालपुर स्थित ऐतिहासिक हवेली ‘द हवेली जलालपुर एस्टेट-1885’ (कल्याण भवन) को कब्जाने और बेचने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। अपनी आगामी फिल्म ‘बयान’ के प्रमोशन के दौरान अलीगढ़ पहुंचे अभिनेता ने सोमवार को हवेली परिसर में मीडिया से बातचीत कर यह सनसनीखेज दावा किया। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता के साथ बहुत अन्याय हुआ और अब उन्हीं की संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही है।

चंद्रचूड़ सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “अब हम चुप नहीं बैठेंगे। हम न्याय के लिए कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। जिस संपत्ति पर हमारा हक है, उसे कोई छीन नहीं सकता।"

उन्होंने इस मामले में अलीगढ़ के एसएसपी नीरज कुमार जादौन को लिखित शिकायत भी दी। शिकायत में आरोप है कि उनकी विधवा चाची और कुछ अन्य लोग हवेली को अवैध तरीके से बेचने की तैयारी कर रहे हैं।

प्रतिष्ठित परिवार से है संबंध

चंद्रचूड़ सिंह का परिवार अलीगढ़ के राजनीतिक और शाही इतिहास से जुड़ा रहा है। उनके पिता कैप्टन बलदेव सिंह शहर के विधायक रहे थे, जबकि उनकी मां कृष्णा कुमारी देवी ओडिशा के महाराजा परिवार से आती हैं। चंद्रचूड़ इस हवेली में पले-बढ़े, और उनके अनुसार इस घर से जुड़ी ढेरों यादें आज भी उनके जेहन में ताज़ा हैं।

अभिनेता ने कहा, “मेरे पिता ने सारी ज़िंदगी अन्याय सहा। हमें कभी इस घर में रहने नहीं दिया गया। अब मैं अलीगढ़ लगातार आता रहूंगा और सच सामने लाकर रहूंगा।”

सोमवार को वे अपनी मां और दोनों भाइयों के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंचे। इसके बाद देर शाम हवेली में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने परिवार के अंदर चल रहे विवाद की पूरी कहानी सार्वजनिक की।

कौन है असली वारिस? पारिवारिक विवाद गहराया

चंद्रचूड़ सिंह के पिता के तीन भाई थे—सबसे बड़े बलदेव सिंह, फिर पुण्य प्रताप सिंह और सबसे छोटे गंगा सिंह। गंगा सिंह के निधन के बाद संपत्ति के बंटवारे को लेकर परिवार में विवाद बढ़ गया। दूसरी ओर, चंद्रचूड़ की चाची का दावा है कि जमीन पर उनका हक है और चंद्रचूड़ के भाई उन पर मारपीट कर प्रापर्टी से निकालने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने भी एसएसपी को शिकायत दी, जिससे मामला और जटिल हो गया है।

एसएसपी जादौन के अनुसार, “दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रकरण की जांच सीओ प्रथम को सौंपी गई है।”

कानून अब तय करेगा हकदार

चंद्रचूड़ सिंह का कहना है कि यह लड़ाई सिर्फ एक खानदानी संपत्ति की नहीं, बल्कि न्याय की लड़ाई है। उनका दावा है कि हवेली पर वही लोग हकदार हैं, जिनका कानूनी अधिकार साबित होता है।

उन्होंने कहा, “जो हकदार हैं, उन्हें हक जरूर मिलना चाहिए। सबसे पहले अपने ही घर में न्याय होना चाहिए।”

अब पुलिस जांच और कानूनी प्रक्रिया तय करेगी कि इस शाही हवेली का वास्तविक मालिक कौन है और क्या वाकई इसे बेचने की कोई अवैध साजिश रची गई थी।

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