अनमोल बिश्नोई पर राजस्थान में 22 केस, 2017 में हुई थी पहली गिरफ्तारी; NIA ने 11 दिन की हिरासत में भेजा

अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद NIA ने बुधवार को अनमोल को गिरफ्तार किया और अदालत में 15 दिन की कस्टडी की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने 11 दिन की ही हिरासत मंजूर की।;

By :  DeskNoida
Update: 2025-11-19 18:10 GMT

दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई और बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोपी अनमोल बिश्नोई को 11 दिन की NIA हिरासत में भेज दिया है। अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद NIA ने बुधवार को अनमोल को गिरफ्तार किया और अदालत में 15 दिन की कस्टडी की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने 11 दिन की ही हिरासत मंजूर की। अनमोल बिश्नोई पर राजस्थान में कुल 22 आपराधिक केस दर्ज हैं, जिनमें हत्या, प्रयास-हत्या, फायरिंग और जबरन वसूली जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।

राजस्थान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, अनमोल को पहली बार 4 मार्च 2017 को जोधपुर की शास्त्रीनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी बिजनेसमैन रितेश लोहिया के घर पर फायरिंग और एक्सटॉर्शन के मामले में IPC और आर्म्स एक्ट के तहत की गई थी। इसके बाद जुलाई 2017 तक उस पर फायरिंग और उगाही के पांच और केस दर्ज हुए, जिनमें सरदारपुरा में व्यापारी वासुदेव इसरानी की दुकान पर हत्या का मामला भी शामिल था।

2018 से 2021 तक अनमोल जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद रहा, लेकिन जेल में रहते हुए भी उसने अपनी आपराधिक गतिविधियां जारी रखीं। जेल अधिकारियों ने उसके पास से कई मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किए, जिनके जरिए वह जेल से ही गैंग ऑपरेट कर रहा था। 2020 में जेल में मोबाइल रखने और गैंग ऑपरेशन चलाने को लेकर रातानाडा थाने में राजस्थान जेल (अमेंडमेंट) एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ।

2021 में जमानत मिलने के बाद अनमोल नकली पासपोर्ट के जरिए अमेरिका भाग गया और खुद को हरियाणा के रोहतक का ‘भानु प्रताप’ बताने लगा। वहीं से उसने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम जारी रखा। NIA के अनुसार, 2020 से 2023 के बीच उसने कई आपराधिक और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में लॉरेंस और गोल्डी बराड़ की सक्रिय मदद की।

साल 2021 के बाद राजस्थान में कम से कम सात मामलों में उसका नाम जुड़ा, जिनमें 2023 में जयपुर के अशोक नगर में G क्लब फायरिंग, 2022 में रामनगरिया और जवाहर सर्किल में हत्या की कोशिश, श्रीडूंगरगढ़ में एक्सटॉर्शन केस, श्रीगंगानगर में चार और हनुमानगढ़ में तीन केस शामिल हैं।

राजस्थान पुलिस ने 14 मार्च 2024 को अनमोल और गोल्डी बराड़ पर 1-1 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था। प्रत्यर्पण के बाद राजस्थान AGTF और ATS ने कहा है कि वे NIA और दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर अनमोल को पूछताछ के लिए जयपुर लाने की तैयारी कर रहे हैं।

NIA के बयान में कहा गया है कि अनमोल बिश्नोई 2022 से फरार था और उसके भाई लॉरेंस द्वारा चलाए जा रहे टेरर-सिंडिकेट का हिस्सा होने के कारण वह इस केस में गिरफ्तार होने वाला 19वां आरोपी है। वह अमेरिका से गैंग को संचालित करता था और भारत में शूटर्स को पनाह, पैसे और हथियार उपलब्ध करवाता था।

एजेंसी ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के टेरर-गैंगस्टर नेटवर्क को खत्म करने के लिए जांच जारी है, जिसमें उनके फंडिंग चैनल और लॉजिस्टिक सपोर्ट को भी ट्रैक किया जा रहा है।

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