अब युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रहा है अर्थराइटिस, जानें जोड़ों के दर्द से राहत पाने के प्रभावी तरीके
नई दिल्ली। भारत में अर्थराइटिस (गठिया) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यह न केवल बुजुर्गों को बल्कि अब युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, सही जीवनशैली और आहार से इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
प्रमुख उपाय और सावधानियां
जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाएं:
नियमित व्यायाम: मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए साइकिल चलाना, तैरना या सैर करना सबसे बेहतर है।
वजन नियंत्रण: बढ़ा हुआ वजन घुटनों और कूल्हों पर दबाव डालता है, जिससे दर्द बढ़ता है।
सही खान-पान: एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों वाले खाद्य पदार्थ जैसे हल्दी, अदरक, मेथी और ओमेगा-3 (अखरोट, अलसी) को डाइट में शामिल करें।
सिकाई: जोड़ों में अकड़न होने पर गर्म सिकाई और तीव्र दर्द या सूजन होने पर ठंडी सिकाई (Ice pack) का उपयोग करें।
हाइड्रेशन: शरीर में पानी की कमी न होने दें, क्योंकि यह जोड़ों के लुब्रिकेशन के लिए जरूरी है।
डॉक्टर से कब मिलें?
यदि जोड़ों में लालिमा हो, चलने-फिरने में असमर्थता महसूस हो या सुबह उठते ही घंटों तक अकड़न रहे, तो तुरंत विशेषज्ञ (Rheumatologist) से परामर्श लें।
विशेषज्ञ की सलाह: "अर्थराइटिस को नजरअंदाज करना जोड़ों को स्थायी रूप से डैमेज कर सकता है। फिजियोथेरेपी और समय पर दवाएं एक सामान्य जीवन जीने में मदद करती हैं।"