बिहार में सम्राट चौधरी के गृह मंत्री बनते ही अपराधियों पर नकेल कसना शुरू! कुख्यात अपराधी हुआ एनकाउंटर, ‘यूपी मॉडल’ की चर्चा तेज
पटना। बिहार में 21 नवंबर को मंत्रियों के विभाग का बंटवारा हो गया है। वहीं इस बार कई विभागों का उलटफेर हुआ है। जहां पिछले 20 साल से गृह मंत्रालय संभाल रहे नीतीश कुमार ने इस बार गृह छोड़ दिया है। वहीं इस बार उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने गृह की कमान संभाला है। वहीं उनके कमान संभालते ही कई चुनौतियां भी उनके पास आ गई हैं। जैसे कि बिहार में सुरक्षा व्यवस्था पर लगाम लगाना। हालांकि सम्राट चौधरी ने कमान संभालते ही एक्शन में आ गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार एक कुख्यात अपराधी एनकाउंटर हुआ है।
कुख्यात अपराधी शिवदत्त राय का एनकाउंटर किया
बता दें कि बेगूसराय जिले में शुक्रवार की रात कुख्यात अपराधी शिवदत्त राय का एनकाउंटर किया गया। एसटीएफ और जिला पुलिस ने एकसाथ मिलकर यह कार्रवाई की। यह पूरी घटना जिले के साहेबपुर कमाल थाना इलाके के शालिग्राम और मल्हीपुर गांव के पास की है। इस मामले को लेकर बताया गया कि एसटीएफ को यह जानकारी मिली थी कि साहेबपुर कमाल थाना इलाके के मल्हीपुर गांव के आस-पास ही कुख्यात शिवदत्त राय हथियार खरीदने के लिये पहुंचा है। यह सूचना मिलते ही एसटीएफ की टीम मल्हीपुर गांव पहुंची। साथ ही स्थानीय पुलिस को भी इसकी जानकारी दी गई। इस दौरान 2 बाइक पर 6 अपराधी सवार थे। पुलिस के देखते ही उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी।
बाकी अपराधी मौके से फरार
इसके बाद पुलिस की तरफ से भी आत्मरक्षा में गोली चलाई गई। इस घटना में शिवदत्त राय के जांघ में गोली लगी। मिली जानकारी के अनुसार, इस दौरान बाकी के अपराधी मौके से फरार हो गए हैं। वहीं शिवदत्त राय से पूछताछ के आधार पर एक घर से बड़ी संख्या में हथियार, रुपये और कफ सिरप बरामद किये गए। बताया जा रहा है कि शिवदत्त राय पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। मालूम हो, सम्राट चौधरी को इस बार गृह विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। जिसके बाद से एक्शन शुरू हो गया है।
बुलडोजर की चर्चा तेज
अब यह जिम्मेदारी उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के पास है। गृह विभाग सौंपे जाने के बाद भाजपा समर्थक इस कदम को ‘यूपी मॉडल’ की ओर बढ़ने के रूप में देख रहे हैं। योगी आदित्यनाथ की तर्ज पर अपराधियों पर कड़ा शिकंजा कसने और बुलडोजर की चर्चा भी तेज है। हालांकि असली परीक्षा यह होगी कि सम्राट चौधरी किस तरह पुलिस-प्रशासन के साथ तालमेल बैठाकर नीतीश की स्थापित लकीर को और आगे बढ़ाते हैं।