छात्राओं से यौन शोषण के मामले में बाबा स्वामी चैत्यानंद सरस्वती को पटियाला हाउस कोर्ट ने 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा, जानें कार पर UN का नंबर कहां से आया...

चैतन्यानंद पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की छात्रवृत्ति योजना के तहत पोस्ट-ग्रेजुएट मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स में पढ़ने वाली छात्राओं को निशाना बनाने का आरोप लगा है।;

By :  Aryan
Update: 2025-09-28 14:28 GMT

नई दिल्ली। दिल्ली में छात्राओं से यौन शोषण के गंभीर आरोपों में घिरे बाबा स्वामी चैत्यानंद सरस्वती को पटियाला हाउस कोर्ट ने झटका दे दिया है। बता दें कि पटियाला हाउस कोर्ट ने चैत्यानंद सरस्वती को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। अब दिल्ली पुलिस बाबा चैत्यानंद सरस्वती से पूछताछ करेगी।

छात्राओं को बनाया शिकार

पुलिस के मुताबिक , चैतन्यानंद पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की छात्रवृत्ति योजना के तहत पोस्ट-ग्रेजुएट मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स में पढ़ने वाली छात्राओं को निशाना बनाने का आरोप लगा है। 4 अगस्त को भारतीय वायु सेना मुख्यालय से शिकायत मिलने के बाद आरोपी फरार हो गया था।

रात में छात्राओं को अपने पास बुलाता था बाबा

जानकारी के अनुसार, बाबा चैतन्यानंद रात के समय छात्राओं को अपने कमरे में बुलाता था। छात्राओं को ग्रेड कम करने या फेल करने की धमकी देकर उनके साथ जबरदस्ती करता था। इस मामले में पुलिस ने संस्थान की तीन वार्डनों के बयान दर्ज किए हैं। चैतन्यानंद की मदद करने और आपत्तिजनक संदेशों को डिलीट करने का आरोप में तीनों शामिल हैं।

यौन शोषण के पुख्ता सबूत मिले

गौरतलब है कि लगभग 50 छात्राओं के फोन से बरामद वॉट्सऐप चैट से 16 सालों तक चले यौन शोषण के सबूत मिले हैं। जिनमें आपत्तिजनक संदेश और जबरन शारीरिक संपर्क की घटनाएं शामिल हैं। इसके साथ ही सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने के आरोप भी सामने आए हैं। जिन्हें डीवीआर को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

अधिकारियों ने कहा

अधिकारियों के अनुसार, चैतन्यानंद पिछले दो दशकों से महिलाओं का शोषण कर रहा था। 2009 और 2016 में भी छेड़खानी के मामलों में वह बच निकला था। इस बार मामला तब सामने आया, जब 17 छात्राओं ने अगस्त में शिकायत दर्ज कराई है। उस समय चैतन्यानंद लंदन में था, लेकिन उसकी अंतिम लोकेशन आगरा में मिली।

यूएन का फर्जी लोगो का उपयोग

जांच के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि चैतन्यानंद की लाल रंग की लग्जरी वॉल्वो कार से कई फर्जी नंबर प्लेट बरामद की गई हैं। जिन पर यूएन का फर्जी लोगो लगा था। जांच में पता चला कि ये नंबर प्लेट यूएन द्वारा जारी नहीं था, आरोपी ने खुद इन्हें बनाया था।


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