पोस्टमार्टम हाउस में बड़ी लापरवाही: जौनपुर के व्यक्ति का शव फतेहपुर के लोग लेकर चले गए
गुरुवार को पोस्टमार्टम हाउस में रोज की तरह शवों का आना-जाना जारी था। इसी दौरान दो शवों का पोस्टमार्टम हुआ—फतेहपुर के खागा विजयनगर रेलवे कॉलोनी निवासी 40 वर्षीय जितेंद्र कुमार केसरवानी और जौनपुर के मीरगंज निवासी 57 वर्षीय अवधेश कुमार उमर वैश्य का।;
प्रयागराज के पोस्टमार्टम हाउस में गुरुवार को बड़ी लापरवाही सामने आई, जब जौनपुर के निवासी का शव गलती से फतेहपुर के लोग लेकर चले गए। इस घटना का पता चलने पर अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, समय रहते संबंधित परिवारों को सूचना दे दी गई और शवों को वापस लाकर सही परिजनों को सौंप दिया गया।
गुरुवार को पोस्टमार्टम हाउस में रोज की तरह शवों का आना-जाना जारी था। इसी दौरान दो शवों का पोस्टमार्टम हुआ—फतेहपुर के खागा विजयनगर रेलवे कॉलोनी निवासी 40 वर्षीय जितेंद्र कुमार केसरवानी और जौनपुर के मीरगंज निवासी 57 वर्षीय अवधेश कुमार उमर वैश्य का।
जितेंद्र की मौत ट्रैक पर काम करते समय कालिंदी एक्सप्रेस की चपेट में आने से हुई थी, जबकि किराना व्यवसायी अवधेश कुमार की मौत सड़क दुर्घटना में हुई थी। पोस्टमार्टम पूरा होने के बाद दोनों शवों को सील कर दिया गया।
शव सुपुर्द करते समय घोर लापरवाही हो गई और जितेंद्र के परिजनों को अवधेश का शव पकड़ा दिया गया। वे शव लेकर फतेहपुर के लिए निकल भी गए।
कुछ देर बाद जब अवधेश के परिजनों को शव दिया गया और उन्होंने चेहरा देखने की मांग की, तो उनके होश उड़ गए—शव किसी और व्यक्ति का था।
इसके बाद तुरंत मर्च्युरी से सभी निकले वाहनों से संपर्क किया गया और मृतक का चेहरा देखने के लिए कहा गया। बांदा और बारा के लिए निकले लोग रास्ते में रुककर शव की पहचान कर अपने परिजन को सही पाया।
लेकिन फतेहपुर की ओर जा रहे जितेंद्र के परिजन सुलेमसराय पहुंचे थे। जब उन्होंने शव देखा तो उन्हें पता चला कि यह उनके परिजन का नहीं है। वे तुरंत पोस्टमार्टम हाउस लौटे, जहां शवों की अदला-बदली की गई और दोनों परिवारों को सही शव सौंपे गए।
सीएमओ डॉ. एके तिवारी ने बताया कि यह गंभीर लापरवाही है और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह राहत की बात है कि समय पर गलती पकड़ी गई, जिससे परिवारों को सही शव मिल सके।