शराब से भी अधिक खतरनाक है इन फूड्स का सेवन करना, नॉन-अल्कोहलिक रोग के हो सकते हैं शिकार...
नई दिल्ली। लिवर के लिए शराब को हानिकारक माना जाता है। लेकिन यह बात कुछ लोगों को ही पता होगी कि हमारी खानपान की आदतें और कुछ फूड्स लिवर को शराब से भी अधिक नुकसान पहुंचा सकते हैं। दरअसल इस तरह के फूड्स से लिवर में फैट जमा हो जाता है, जिससे सूजन में वृद्धि हो जाती है।
रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और नमक की अधिक मात्रा सेहत को पहुंचाती है नुकसान
मीठे फूड्स, ड्रिंक्स,अधिक वसा वाले और तले हुए खाने सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। इनमें रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और अधिक नमक होता है जो लिवर के नुकसानदायक है। रेड मीट लिवर के लिए बेहद हानिकारक है।
नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज के बढ़े आकड़े
भारत में नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। स्टडी के अनुसार, भारत में 38.6% व्यस्क और 35.4% बच्चे इससे प्रभावित पाए गए हैं। यह आकड़ा पब्लिक हेल्थ के लिए चिंताजनक माना जा रहा है। क्योंकि यह साइलेंट किलर की तरह काम कर रहा है। बता दें कि मोटापे और डायबिटीज जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों को इसका अधिक खतरा है।
खाने में मीठे की अधिकता भी लिवर के लिए खतरनाक
मिठाइयां, कुकीज, मीठी ड्रिंक्स, सोडा, चीनी वाले फलों के जूस, कैंडी और बेक्ड चीजों में चीनी की मात्रा अधिक होती है। वही चीनी शरीर में जाकर फैट में बदल जाती है, जो कि नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज का कारण बन सकती है।
तले-भूने हुए खाने से रहें दूर
लिवर के लिए फास्ट फूड्स में पिज्जा, बर्गर और फ्रेंच फ्राइज जैसी चीजें बहुत खतरनाक होता है। दरअसल तले-भूने खाने को पचाना मुश्किल होता है, इनसे लिवर में फैट जमा हो सकता है।
रेड और प्रोसेस्ड मीट लिवर में सूजन को देता है बढ़ावा
बता दें कि रेड मीट में सैचुरेटेड फैट अधिक होता है। यह लिवर में सूजन और फैटी लिवर डिजीज को बढ़ावा देता है। सॉसेज और डेली मीट लिवर के लिए खतरनाक होता है।
अधिक सोडियम से लिवर को होता है नुकसान
पैकेज्ड और कैन्ड खाने की चीजें, फ्रोजन फूड्स और प्रोसेस्ड मीट में अक्सर सोडियम अधिक होता है। जिससे फ्लूइड रिटेंशन हो जाता है, इससे लिवर को नुकसान होता है।