क्रिकेटर युवराज सिंह की बहन एशिया पैसफिक पैडल कप में भारत का करेंगी प्रतिनिधित्व, जानें क्या है पैडल
टीम इंडिया इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का बेहतरीन संतुलन लेकर उतर रही है;
नई दिल्ली। पूर्व दिग्गज क्रिकेटर युवराज सिंह की बहन को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। युवराज की बहन अमरजोत कौर उर्फ एमी बुंदेल का चयन भारतीय पैडल टीम के लिए हुआ है। अमरजोत ने इस टूर्नामेंट को अपने लिए बड़ा मौका बताया। वहीं अमरजोत इसी साल अगस्त में मलेशिया के कुआलालंपुर में होने वाले एशिया पैसफिक पैडल कप में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी।
वे टेनिस में अपने करियर को बनाने को लेकर अग्रसर हैं
बता दें कि भारत की पैडल टीम अगस्त 2025 में मलेशिया के कुआलालंपुर में होने वाले एशिया पैसफिक पैडल कप में भाग लेगी। दरअसल, अमरजोत कौर क्रिकेटर युवराज सिंह की सौतेली बहन हैं। वह योगराज की दूसरी पत्नी जाबी अभिनेत्री नीना बुंदेल की बेटी हैं। अमरजोत फिलहाल चंडीगढ़ में रहती हैं। वे टेनिस में अपने करियर को बनाने को लेकर अग्रसर हैं। उनके परिवार में उनके सगे भाई विक्टर सिंह के अलावा सौतेले भाई युवराज सिंह और जोरावर सिंह भी हैं। वे अपनी मां की तरह ही काफी ग्लैमरस हैं और सोशल मीडिया पर तेजी से पोप्यूलर हो रही हैं।
ताकत और जोश से करेंगी भारत का प्रतिनिधित्व
वहीं टीम इंडिया इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का बेहतरीन संतुलन लेकर उतर रही है। खिलाड़ी तेज रैलियों, दमदार सर्व और सटीक स्मैश के लिए पहचाने जाते हैं। हालांकि आयोजकों का कहना है कि APPC 2025 एशिया-प्रशांत क्षेत्र का सबसे बड़ा पैडल टूर्नामेंट है। जिसमें कई शीर्ष देशों की टीमें भाग लेंगी। अब सबकी निगाहें अमरजोत कौर और उनकी टीम पर टिकी हैं। जो कुआलालंपुर के कोर्ट पर अपनी रणनीति, ताकत और जोश से भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।
कांच और जाली की दीवारों से घिरा होता है
पैडल एक रोमांचक रैकेट खेल है। जिसे टेनिस और स्क्वैश का संयोजन माना जाता है। इन दीवारों का उपयोग खेल के दौरान स्क्वैश की तरह किया जाता है, जिससे रैली और रोमांच बढ़ता है। वहीं यह आमतौर पर डबल्स फॉर्मेट में खेला जाता है और इसका कोर्ट टेनिस कोर्ट से छोटा होता है (20x10 मीटर), चारों ओर से कांच और जाली की दीवारों से घिरा होता है।
कई यूरोपीय देशों में बेहद लोकप्रिय
दरअसल, पैडल रैकेट छोटा, स्ट्रिंग-रहित और छिद्रों वाला होता है जबकि गेंद टेनिस जैसी लेकिन कम प्रेशर वाली होती है। जिससे खेल तेज और कंट्रोल्ड बना रहता है। भारत में भी इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। वहीं मुंबई, दिल्ली और पंजाब जैसे शहरों में पैडल कोर्ट्स की संख्या में बढ़ोतरी हो रहा है और यह खेल धीरे-धीरे युवाओं की पसंद बनता जा रहा है। इस खेल की शुरुआत 1969 में मैक्सिको से हुई थी, लेकिन अब यह स्पेन, अर्जेंटीना, यूएई और कई यूरोपीय देशों में बेहद लोकप्रिय है।