Delhi Blast: एक आखिरी फैसले ने छीन ली जान! हमेशा के लिए परिवार को छोड़ गया नोमान, अगर मान लेता चालक की बात तो शायद बच जाती जान
दोनों भाई कॉस्मेटिक का सामान खरीदने गए थे और ई-रिक्शा से लौटते समय हादसे की चपेट में आ गए।;
नई दिल्ली। कल दिल्ली में हुए भीषण धमाके ने कई परिवारों की खुशियां छीन ली। उनमें से ही एक झिंझाना कस्बे के 18 वर्षीय नोमान का एक परिवार है। जिनकी खुशियां हमेशा के लिए छीन गई। बता दें कि धमाके में नोमान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका तहेरा भाई कैराना निवासी अमन गंभीर रूप से घायल है। दोनों कॉस्मेटिक का सामान खरीदने दिल्ली गए थे।
आखिरी फैसले ने छीनी जान
जानकारी के मुताबिक चालक विरासत ने बताया कि शाम करीब छह बजे जब दोनों कार के पास लौटे, तो नोमान ने कहा कि चांदनी चौक से कुछ और सामान लेना बाकी है। विरासत ने मोबाइल पर ट्रैफिक देखा तो भारी जाम था। उसने समझाया बाकी खरीदारी कल कर लेंगे, आज बहुत देर हो चुकी है। लेकिन दोनों ने कहा, हम ई-रिक्शा से चले जाते हैं, पांच मिनट ही लगेगी। वो दोनों रिक्शे में सवार होकर निकल पड़े और कुछ ही देर बाद लाल किले के पास हुआ वो धमाका, जिसने हमेशा के लिए सबकुछ बदल दिया।
अगर मेरी बात मान लेते तो शायद ये हादसा नहीं होता...
बता दें कि घटना के बाद चालक ने कहा कि अगर नोमान और अमन मेरी बात मान लेते, तो शायद ये हादसा नहीं होता। और अगर मैं उनके साथ जाता, तो शायद आज मैं भी जिंदा न होता। विरासत ने बताया कि धमाके की जगह उनकी कार पार्किंग से करीब तीन किलोमीटर दूर थी। बस थोड़ी देर का फासला था, इसलिए इनकी जान बच सकी।
परिवार में छाया मातम
नोमान की मौत की खबर मिलते ही कस्बे और परिवार के लोगों के बीच में मातम छा गया। हर किसी की आंख नम थीं। पिता इमरान बेसुध थे, मां का रो-रोकर बुरा हाल था। चारों तरफ चीख-पुकार मची हुई थी।