DELHI-NCR: सांस के मरीज सावधान! मंगलवार तक हवा गंभीर श्रेणी में रहेगी बरकरार

Update: 2025-12-27 13:05 GMT

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से लोगों का हाल बेहाल है। यहां तक कि बड़े हो या बच्चे हर किसी को सांस की समस्या बढ़ गई है। आए दिन एनसीआए में प्रदूषण बढ़ते जा रहा है। खास कर नोएडा, गाजियाबाद में प्रदूषण ने इस बार दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया है। वहीं आज हवा की गति सुस्त और दिशा बदलने के कारण हवा गंभीर श्रेणी की दहलीज पर पहुंच गई।

नोएडा की हवा सबसे अधिक प्रदूषित

दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 385 दर्ज किया गया। यह हवा की बेहद खराब श्रेणी है। इसमें शुक्रवार की तुलना में 53 सूचकांक की वृद्धि दर्ज की गई। दूसरी ओर, एनसीआर में नोएडा की हवा सबसे अधिक प्रदूषित रही। यहां एक्यूआई 409 दर्ज किया गया, यह हवा की गंभीर श्रेणी है।

ग्रेटर नोएडा में 395 एक्यूआई किया गया दर्ज

गाजियाबाद में 404, ग्रेटर नोएडा में 395 और गुरुग्राम में 299 एक्यूआई दर्ज किया गया। इसके अलावा, फरीदाबाद की हवा सबसे साफ रही। यहां सूचकांक 249 दर्ज किया गया। यह हवा की खराब श्रेणी है। दरअसल, दिल्ली में वायु गुणवत्ता प्रबंधन के लिए निर्णय सहायता प्रणाली के अनुसार, वाहन से होने वाला प्रदूषण 16.17 फीसदी रहा। इसके अलावा पेरिफेरल उद्योग से 8.42, आवासीय इलाकों से 4.04, निर्माण गतिविधियों से 1.46 और सड़क से उड़ने वाली धूल की 1.15 फीसदी की भागीदारी रही। वहीं अनुमानित अधिकतम मिश्रण गहराई 900 मीटर रही। इसके अलावा, वेंटिलेशन इंडेक्स 4500 मीटर प्रति वर्ग सेकंड रहा। हवा में पीएम10 की मात्रा 326.4 और पीएम 2.5 की मात्रा 212 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की गई।

कई इलाकों की हवा बेहद खराब

वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि मंगलवार तक हवा इसी श्रेणी में बरकरार रहेगी। इसके चलते सांस के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। साथ ही, लोगों को आंखों में जलन, खांसी, और सिर दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, शनिवार को दिल्ली के कई इलाकों की हवा बेहद खराब और गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई।

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