जगन्नाथ मंदिर को लेकर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के बीच विवाद, भाजपा का ममता पर तंज- ममता बनर्जी सोचती नहीं हैं, जानें क्या है मामला
पश्चिम बंगाल में नये मंदिर से जुड़े 'जगन्नाथ धाम' शब्द को हटाने की मांग की।;
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के दीघा में बने जगन्नाथ मंदिर को लेकर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के बीच विवाद चल रहा है। ओडिशा के श्रद्धालु और पुजारी दीघा में बने जगन्नाथ मंदिर के नाम को लेकर आपत्ति जता रहे हैं। साथ ही दीघा मंदिर की मूर्तियां बनाने के लिए 2015 के 'नवकलेवर' (नए रूप) से बची हुई 'नीम' की लकड़ी का इस्तेमाल किया था। जिससे विवाद हो गया है। ऐसे में भाजपा ने इसका ठीकरा ममता बनर्जी पर फोड़ दिया है।
जगन्नाथ मंदिर करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है...
बता दें कि दीघा में बने मंदिर को पुरी के जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर ही बनाया गया है और उसका नाम भी जगन्नाथ मंदिर ही रखा गया है। जगन्नाथ नाम रखने को लेकर ओडिशा के लोगों ने आपत्ति जताई है। ओडिशा के लोगों का कहना है कि जगन्नाथ मंदिर करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है। ऐसे में एक जैसे नाम से लोगों में भ्रम की स्थिति बन सकती है।
भाजपा ने ममता बनर्जी पर कसा तंज
भाजपा नेता से जब जगन्नाथ नाम को लेकर सवाल किए गए तो उन्होंने सारा ठीकरा ममता पर फोड़ते हुए कहा कि 'ममता बनर्जी सोच विचार नहीं करती हैं। वे बस मनमाने तरीके से नामकरण करती हैं। इसका आस्था पर कोई असर नहीं पड़ता। ओडिशा के लोगों को सीएम ममता बनर्जी को पत्र लिखना चाहिए। उन्होंने ही जय बांग्ला का नारा दिया था, जिसका बांग्लादेश के लोगों ने यह कहकर विरोध किया था कि यह उनका नारा है। वे सिर्फ गलत काम करती हैं। ये लोगों से जुड़ा मसला नहीं है। लोग तो बस सभी मंदिर जाना चाहते हैं।'
कहा से शुरू हुआ था विवाद
जगन्नाथ मंदिर के वरिष्ठ दइतापति सेवक रामकृष्ण ने हाल ही में कहा था कि पुरी जगन्नाथ महाप्रभु के नवकलेवर के लिए जो लकड़ी आई थी, उसमें बची हुई लकड़ी से ही दीघा में जगन्नाथ महाप्रभु की मूर्ति बनाई गई है। विवाद बढ़ने के बाद अब वह अपने बयान से पलट गए। उन्होंने अब कहा है कि मंदिर प्रतिष्ठा के लिए मैं वहां गया था। गलत होगा तो मैं अब वहां नहीं रहूंगा। नीम की लकड़ी से ही तैयार मूर्ति दीघा मंदिर में स्थापित की गई है। जगन्नाथजी की गरिमा को मैं नष्ट नहीं होने दूंगा। दीघा में मंदिर का नाम पुरी धाम लिखा गया है, जिसे हटाने के लिए मैं पत्र लिखूंगा।
जगन्नाथ धाम शब्द हटाने की मांग
जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन के दौरान मुख्य पुजारी रहे रामकृष्ण दासमोहपात्रा ने भी पश्चिम बंगाल में नये मंदिर से जुड़े 'जगन्नाथ धाम' शब्द को हटाने की मांग की। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'मैं भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से दीघा जगन्नाथ मंदिर से 'धाम' शब्द हटाने का अनुरोध करता हूं।' दासमोहपात्रा ने कहा, 'मैं ओडिशा सरकार और श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) से भी इस मामले पर बातचीत शुरू करने का आग्रह करता हूं। मेरी समझ से, पुरी ही एकमात्र स्थान है, जिसे 'जगन्नाथ धाम' कहा जाता है।'