विदेश मंत्रालय ने POK पर अपना रुख किया साफ! कहा-किसी भी तीसरे देश के दखल की जरूरत नहीं
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान सीजफायर के बाद आज विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारा लंबे समय से राष्ट्रीय रुख रहा है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर से संबंधित किसी भी मुद्दे को भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय रूप से सुलझाना होगा। इस नीति में कोई बदलाव नहीं आया है।
किसी भी चर्चा में व्यापार का मुद्दा नहीं उठा
वहीं उन्होंने कहा कि लंबित मामला पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र (गुलाम कश्मीर) को खाली करना है। जम्मू-कश्मीर और गुलाम कश्मीर को लेकर भारत की नीति स्पष्ट है कि इस मुद्दे को दोनों देश मिलकर सुलझाएंगे। किसी भी तीसरे देश के दखल की जरूरत नहीं है।
बता दें कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और व्यापार पर कहा कि 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से लेकर 10 मई को गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद करने पर सहमति बनने तक, भारतीय और अमेरिकी नेताओं के बीच उभरते सैन्य हालात पर बातचीत हुई। इनमें से किसी भी चर्चा में व्यापार का मुद्दा नहीं उठा।
सीजफायर समझौते में ट्रे़ड का जिक्र नहीं
वहीं रणधीर जायसवाल ने ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद किए सैन्य कार्रवाई पर बोलते हुए कहा कि पाकिस्तान को अच्छी तरह से सबक सिखाया गया है। सीजफायर के बाद भी सिंधु समझौते को सस्पेंड रखा गया है। रणधीर जायसवाल ने आगे कहा कि सैन्य कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान के एयरबेस तबाह हो गए। पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो हारने के बाद भी जश्न मनाने का ड्रामा करता है। विदेश मंत्रालय ने साफ तौर पर कहा है कि सीजफायर समझौते में ट्रे़ड का जिक्र नहीं है। भारत किसी भी हाल में पाकिस्तान की ब्लैकमेलिंग बर्दाश्त नहीं करेगा। पाकिस्तान के पहल पर ही डीजीएमओ की बातचीत हुई है।