4 किशोरों ने मजदूर को चाकुओं से गोदा, फिर विक्ट्री पोज में बनाया वीडियो; तमिलनाडु में सनसनीखेज वारदात

इस सनसनीखेज वारदात का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए जाने का भी आरोप है। पुलिस ने चारों नाबालिगों को हिरासत में ले लिया है और मामले की गहन जांच की जा रही है।;

Update: 2025-12-29 19:30 GMT

तमिलनाडु के तिरुवल्लुर जिले से एक बेहद चौंकाने वाली और शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां चार नाबालिगों ने शराब के नशे में एक मजदूर पर चाकू से हमला किया और इसके बाद ‘विक्ट्री साइन’ दिखाते हुए वीडियो भी बना लिया। इस सनसनीखेज वारदात का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए जाने का भी आरोप है। पुलिस ने चारों नाबालिगों को हिरासत में ले लिया है और मामले की गहन जांच की जा रही है।

पुलिस के अनुसार यह घटना 26 दिसंबर की शाम तिरुट्टानी रेलवे स्टेशन के पास रेलवे क्वार्टर के नजदीक हुई। स्थानीय लोगों से सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को बचाया। समय रहते पुलिस के पहुंचने से पीड़ित की जान बच सकी।

महाराष्ट्र का रहने वाला है पीड़ित

हमले का शिकार हुआ व्यक्ति कोल्हापुर जिले का रहने वाला 34 वर्षीय सूरज है, जो मजदूरी का काम करता है। पुलिस ने बताया कि सूरज को शरीर के कई हिस्सों में चाकू से गंभीर चोटें आई हैं। पहले उसे स्थानीय सरकारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया, जिसके बाद बेहतर इलाज के लिए तिरुवल्लुर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

पीड़ित की शिकायत के आधार पर तिरुट्टानी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। जांच के दौरान रेलवे स्टेशन के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई, साथ ही उस वीडियो क्लिप की भी जांच की गई, जिसमें ट्रेन के अंदर हमलावरों द्वारा पीड़ित को चाकू से धमकाते हुए दिखाया गया है।

घटना के वक्त नशे में थे चारों नाबालिग

पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि चारों आरोपी नाबालिगों की उम्र 17 वर्ष है और वे तिरुट्टानी के पास नेमिली इलाके के रहने वाले हैं। आरोप है कि सभी किशोर घटना के समय शराब के नशे में थे। जांचकर्ताओं के मुताबिक, इन नाबालिगों ने ट्रेन के अंदर सूरज की गर्दन पर चाकू रखकर खुद का वीडियो बनाया। जब पीड़ित ने इसका विरोध किया, तो उसे रेलवे क्वार्टर के पास एक सुनसान इलाके में घसीटकर ले जाया गया और वहां चाकुओं से हमला किया गया।

सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि हमले के बाद चारों किशोरों ने ‘विक्ट्री साइन’ दिखाते हुए वीडियो रिकॉर्ड किया और कथित तौर पर उसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया, ताकि लोगों का ध्यान आकर्षित किया जा सके।

सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर उठे सवाल

इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल और किशोरों में बढ़ती हिंसक प्रवृत्ति को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस का कहना है कि चारों नाबालिगों को हिरासत में लेकर किशोर न्याय अधिनियम के तहत आगे की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि वीडियो किन-किन प्लेटफॉर्म्स पर साझा किया गया और इसके पीछे क्या मंशा थी।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अभिभावकों की जिम्मेदारी भी बेहद अहम है। मामले की जांच जारी है और आगे की कार्रवाई सबूतों के आधार पर की जाएगी।

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