दिल्ली-एनसीआर में दिवाली से पहले लागू हुआ GRAP-2, बढ़ते प्रदूषण पर सरकार सख्त
दिवाली से पहले ही राजधानी की हवा "बहुत खराब" श्रेणी में पहुंच चुकी है। पर्यावरण संरक्षण प्राधिकरण (CAQM) ने यह फैसला उस समय लिया जब दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के पार चला गया।;
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच सरकार ने रविवार को ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण लागू कर दिया है। दिवाली से पहले ही राजधानी की हवा "बहुत खराब" श्रेणी में पहुंच चुकी है। पर्यावरण संरक्षण प्राधिकरण (CAQM) ने यह फैसला उस समय लिया जब दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 के पार चला गया।
GRAP-2 लागू होने के बाद अब कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं। इसके तहत कोयला और लकड़ी के उपयोग पर रोक लगाई गई है, डीजल जनरेटर का इस्तेमाल सीमित किया गया है, निर्माण स्थलों पर धूल रोकने के लिए पानी का छिड़काव और कवरिंग अनिवार्य कर दी गई है। इसके अलावा, सड़कों पर धूल कम करने के लिए मैकेनिकल स्वीपिंग और वॉटर स्प्रिंकलिंग की व्यवस्था की जा रही है।
दिल्ली सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे निजी वाहनों की जगह सार्वजनिक परिवहन का ज्यादा इस्तेमाल करें और पटाखे जलाने से बचें। मौसम विभाग के अनुसार, इस समय तापमान में गिरावट और हवा की गति में कमी के कारण प्रदूषक कण वातावरण में लंबे समय तक बने रहते हैं। ऐसे में दिवाली के दौरान पटाखे जलाने से हवा की गुणवत्ता और भी खराब हो सकती है।
CAQM के अधिकारियों का कहना है कि GRAP-2 का मकसद प्रदूषण स्तर को नियंत्रित करना है ताकि आने वाले दिनों में हालात “गंभीर” न हों। अगर प्रदूषण बढ़ा तो GRAP का तीसरा चरण भी लागू किया जा सकता है, जिसमें निर्माण कार्यों पर रोक और ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध जैसे सख्त कदम शामिल हैं।
वहीं, दिल्ली और आस-पास के राज्यों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं जो 24 घंटे निगरानी करेंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि दिवाली के बाद मौसम की स्थिति स्थिर हो जाती है, जिससे प्रदूषण का असर और बढ़ जाता है। इसलिए सरकार ने समय रहते सख्ती दिखाते हुए GRAP-2 को लागू किया है।