गुरुग्राम की कंपनी से करोड़ों की ठगी, दिल्ली और बिहार से 9 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार, कंपनी में काम करने वाले एक कर्मचारी को व्हाट्सएप कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को कंपनी का मालिक बताया और कहा कि कंपनी के बैंक खाते से कुछ रकम अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करनी है।;
गुरुग्राम की एक निजी कंपनी से करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में दिल्ली और बिहार से कुल 9 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, कंपनी में काम करने वाले एक कर्मचारी को व्हाट्सएप कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को कंपनी का मालिक बताया और कहा कि कंपनी के बैंक खाते से कुछ रकम अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करनी है। यह ट्रांजैक्शन 19 मई से 27 मई के बीच किए गए।
बाद में जब कर्मचारी को धोखाधड़ी का पता चला तो उसने साइबर क्राइम साउथ थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और 29 व 30 मई को दिल्ली से गौरव, जतिन शर्मा, शिवम और अंकित को गिरफ्तार किया। इनके पास से तीन मोबाइल और ₹5000 नकद बरामद हुए।
पूछताछ में पता चला कि गौरव के खाते में ₹29.60 लाख और शिवम के खाते में ₹32.50 लाख ट्रांसफर किए गए थे। इसके अलावा आरोपियों ने बताया कि वे बिहार के सीवान में एक फर्जी कॉल सेंटर से जुड़े हुए हैं।
पुलिस टीम जब सीवान पहुंची तो एक बंद कमरे में पांच लोग मोबाइल और लैपटॉप से अलग-अलग खातों में पैसे ट्रांसफर करते हुए पकड़े गए। पूछताछ के बाद अफताब, मोहम्मद आरिफ, इरशाद हुसैन, वज़ीर अली और अमलेश कुमार को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से 17 मोबाइल, तीन लैपटॉप और दो एटीएम कार्ड बरामद किए गए।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने बताया कि गांव का एक व्यक्ति उन्हें बैंक खाते उपलब्ध कराता है। वहीं दूसरा साथी उन्हें बताता है कि किस समय और कितनी रकम भेजनी है। इसके बदले उन्हें ₹20,000 मासिक वेतन और 10% कमीशन मिलता है।
इस मामले में कुल ₹1 करोड़ की रकम एक बैंक खाते में ट्रांसफर की गई और वहां से अन्य खातों में भेज दी गई।