Pregnant महिलाओं के लिए कितना खतरनाक पैरासिटामोल? ट्रंप के बयान से मचा बवाल, जानें क्या है सच्चाई

भारत में एसिटामिनोफेन को पैरासिटामोल के नाम से जाना जाता है और इसे दशकों से गर्भावस्था के दौरान सबसे सुरक्षित दवा माना जाता रहा है।;

Update: 2025-09-23 05:49 GMT

नई दिल्ली। गर्भावस्था एक बेहद खास समय होता है। इस दौरान महिलाओं की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। ऐसे में वायरल इंफेक्शन, सिरदर्द और बुखार जैसी समस्याएं के लिए हम पैरासिटामोल ले लेते हैं। हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान से पैरासिटामोल के इस्तेमाल पर सवाल खड़े कर दिए। दरअसल डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि गर्भवती महिलाओं को एसिटामिनोफेन के उपयोग को सीमित करना चाहिए, जिसे आमतौर पर अमेरिका में टाइलेनॉल या अन्य जगहों पर पेरासिटामोल के रूप में ब्रांड किया जाता है। इस बयान के बाद से चारों तरफ बवाल मचा हुआ है।

क्या है ट्रंप का दावा?

बता दें कि ट्रंप ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को टाइलेनॉल या पेरासिटामोल जैसी दवाएं नहीं लेनी चाहिए क्योंकि इससे बच्चे में ऑटिज्म का खतरा बढ़ सकता है। उन्होंने FDA से अपील की कि डॉक्टरों को ऐसी दवाएं प्रेग्नेंसी में कम रिकमेंड करनी चाहिए। हालांकि वैज्ञानिकों ने इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।

चेतावनी के बाद USFDA ने किया लेबल उपयोग में बदलाव

बता दें कि अमेरिका में पैरासिटामोल को एसिटामिनोफेन कहा जाता है, जो आमतौर पर Tylenol जैसे ब्रांड के तहत बिकता है। इस चेतावनी के बाद USFDA को इसके लेबल उपयोग में बदलाव करना पड़ा। भारत में एसिटामिनोफेन को पैरासिटामोल के नाम से जाना जाता है और इसे दशकों से गर्भावस्था के दौरान सबसे सुरक्षित दवा माना जाता रहा है। इसी के साथ USFDA ने ऑटिज्म के कुछ लक्षणों के इलाज के लिए ल्यूकोवोरिन की मंजूरी शुरू की है।

क्या बोले वैज्ञानिक

वैज्ञानिकों का मानना है कि इसे दावे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है। उनका कहना है कि किसी प्रशासन के पहले साल में इतना बढ़ा निष्कर्ष निकालना संभव नहीं है। ऑटिज्म को लेकर अभी और गहन शोध की इस दावे को वैज्ञानिकों ने खारिज कर दिया है।

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