आई लव मोहम्मद' V/s 'आई लव महादेव'... वाराणसी की सड़कों पर पोस्टर वार! संतों ने लगाए नारे
शंकराचार्य ने संतो को संबोधित करते हुए कहा, यह चुनी हुई सरकार के खिलाफ साजिश है। 'आई लव मोहम्मद' के नाम पर शक्ति दिखाने की कोशिश की जा रही है।;
काशी। उत्तर प्रदेश के कानपुर से शुरू हुए 'आई लव मोहम्मद' विवाद ने अब अलग ही तूल पकड़ लिया है। यह विवाद अब दो धर्मों के बीच धार्मिक विवाद का रूप लेते जा रहा है। दरअसल वाराणसी में इस अभियान के खिलाफ हिंदू संतों ने 'आई लव महादेव' से इसका जोरदार जवाब दिया है। संतो ने हाथों में तख्तियां थामे सड़कों पर उतरकर नारे लगाए और पार्कों व घरों पर पोस्टर लगा दिए।
'हर हर महादेव' के जयकारों ने दिया जवाब
दरअसल यूपी के वाराणसी में कुछ संतों ने 'आई लव महादेव' के पोस्टर लेकर 'आई लव मोहम्मद' मामले में अपना जवाब दिया। वाराणसी के जगद्गुरु शंकराचार्य नरेंद्रानंद की अगुवाई में संतों ने मठों मंदिरों में और हाथों में महादेव के पोस्टर्स लहराए।
लगाए गए पोस्टर
जानकारी के मुताबिक इस अभियान के तहत शहर के प्रमुख पार्कों, बाजारों और आवासीय इलाकों में 'आई लव महादेव' के पोस्टर लगा दिए गए। प्रदर्शन के दौरान कोई हिंसा नहीं हुई, लेकिन पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए भारी सुरक्षा बल तैनात किया।
महादेव की फौज उन्हें कुचल देगी...
बता दें कि शंकराचार्य ने संतो को संबोधित करते हुए कहा, यह चुनी हुई सरकार के खिलाफ साजिश है। 'आई लव मोहम्मद' के नाम पर शक्ति दिखाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हम 70 प्रतिशत बहुसंख्यक समाज को सड़क पर उतार देंगे ताकि 30 प्रतिशत की मांगों का जवाब दिया जा सके।" उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शांति की भाषा नहीं समझी गई, तो "महादेव की फौज उन्हें कुचल देगी।"