हिंदू धर्म में इस समय जुबान पर बैठती हैं माता सरस्वती, मांगने पर पूरी होती है हर इच्छा
नई दिल्ली। हिंदू धर्म में एक समय ऐसा माना गया है कि उस समय स्वयं माता सरस्वती जुबान पर बैठती हैं। हम अक्सर घर के बड़ों से सुनते आए है कि कुछ भी गलत या बुरा मत बोले, क्या पता सरस्वती मुंह पर बैठ जाएं। धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि 24 घंटों में से 20 मिनट ऐसे होते हैं, जब जुबान पर सरस्वती बैठती है और वह बात सच हो जाती है। माता सरस्वती ज्ञान, बुद्धि और विद्या की देवी हैं, मां ज्ञान और बुद्धि प्रदान करने वाली है। जब सरस्वती जीभ पर आती हैं। इस दौरान बोली गई बातें, विचार और कामनाएं सच हो सकती हैं, इसलिए इसे 'वाणी सिद्ध' होने का समय कहते हैं।
इस समय जुबान पर बैठती हैं माता सरस्वती
ज्योतिष और धर्म शास्त्रों के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त (सुबह लगभग 3:20 बजे से 3:40 बजे तक) का वह 20 मिनट का समय सबसे शुभ होता है जब माता सरस्वती जीभ पर विराजमान होती हैं और इस दौरान कही गई बात सच हो सकती है, इसलिए इस समय ध्यान, प्रार्थना और अच्छी बातें करनी चाहिए, ताकि आपकी इच्छाएं पूरी हों और आपकी वाणी में शक्ति आए।
क्या करें
सकारात्मक बोलें: इस समय शुभ और सकारात्मक बातें ही बोलें या मन में लाएं, जिससे इच्छाएं पूरी हों।
ध्यान और प्रार्थना: माता सरस्वती का ध्यान करें और मन की शुद्ध इच्छाएं कहें, जिससे बुद्धि और एकाग्रता बढ़े।
"काली जुबान" का अर्थ: जब कोई व्यक्ति नकारात्मक बोलता है और वह सच हो जाता है, तो कहते हैं कि उसकी जुबान काली हो गई, जबकि असल में उस समय सरस्वती का वास होता है। यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है, जिसका पालन श्रद्धा से किया जाता है।
क्या न करें
बुरी बातें: किसी का बुरा, श्राप या अपशब्द न बोलें, क्योंकि वे सच हो सकते हैं।
नकारात्मक इच्छाएं: ऐसी कोई इच्छा न करें जिससे किसी को नुकसान हो या जो पूरी न हो सके (जैसे धन-संपत्ति की लालच)।
झूठ या व्यर्थ की बातें: इस पवित्र समय में झूठ बोलना या व्यर्थ की बकवास करने से बचें।
"कुटता" (कड़वी जुबान): इस समय अपनी जुबान पर "कुटता" (कड़वाहट या नकारात्मकता) नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह सच हो जाती है।