भारत और ब्राजील के रिश्ते हुए मजबूत! भारत पर अमेरिकी टैरिफ लगाये जाने से ब्राजील हुआ नाराज
ब्राजील के राष्ट्रपति ने कहा है कि वो ट्रंप से नहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे;
नई दिल्ली। सबसे पहले रूस ने भारत के खिलाफ अमेरिकी टैरिफ को लेकर विरोध जताया था। लेकिन अब एक ऐसा देश का नाम सुनने में आ रहा है, जिसके बारे में किसी ने सोचा न होगा। इस मामले को लेकर ब्राजील देश का नाम उभर कर सामने आ रहा है।
ब्राजील भारत का नया ढाल बन गया है
ब्राजील के राष्ट्रपति ने कहा है कि वो ट्रंप से नहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे। राष्ट्रपति के बयान से कई बातें साफ हो गईं हैं। जैसे ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से ब्राजील काफी नाराज है। ब्रिक्स देशों का फाउंडर मेंबर होने के नाते ब्राजील अमेरिकी विरोध को बिल्कुल भी नहीं भूला है।
भारत ब्राजील का 5वां सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है
भारत ब्राजील का 5वां सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है। जानकारी के मुताबिक, भारत की कंपनियों का 6 अरब डॉलर से ज्यादा ब्राजील में निवेश है। दोनों देशों के बीच 12 अरब डॉलर से ज्यादा ट्रेड होता है। ब्राजील की इकोनॉमी भारत के डीजल और दवाओं के बिना कमजोर है।
देशों के बीच कारोबार के आंकड़े
दोनों देशों के कारोबार की बात की जाए तो लगभग 12 अरब डॉलर से अधिक है। भारतीय एंबेसी के आंकड़ों के मुताबिक भारत और ब्राजील के बीच ट्रेडिंग काफी मजबूत है। वित्त वर्ष 2024-25 में दोनों देशों का बाइलेटरल ट्रेड 12.20 अरब डॉलर यानी एक लाख करोड़ रुपए से अधिक रहा है। दूसरी ओर भारत के ब्राजील को एक्सपोर्ट करने की बात करें तो लगभग 6.77 अरब डॉलर मतलब करीब 60 हजार करोड़ रुपए का है। भारत ने वित्तीय वर्ष में ब्राजील से 5.43 बिलियन डॉलर यानी 47 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का इंपोर्ट किया है। इसका मतलब है कि भारत 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा ट्रेड सरप्लस में है।
एक्सपोर्ट और इंपोर्ट की वस्तुएं
भारत से प्रोसेस्ड पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट होता है। कीटनाशक दवाई भी ब्राजील को भारत से ही एक्सपोर्ट होता है। कैमिकल, औषधियां, इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स, टेक्सचर्ड फिलामेंट भी ब्राजील को एक्सपोर्ट किया जाता है। वहीं दूसरी ओर भारत ब्राजील से कच्चा तेल इंपोर्ट करता है, जिसे प्रोसेस्ड करके दुनिया के कई देशों में भेजता है।