Jammu-Kashmir: मुहर्रम और अमरनाथ यात्रा में प्रशासन की बढ़ी जिम्मेदारी, CM उमर अब्दुल्ला ने दिए निर्देश
सीएम ने कहा कि हम अपने प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। प्रशासन का ध्यान सिर्फ मुहर्रम के पहले 10 दिनों तक सीमित नहीं होना चाहिए।;
जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर में मुहर्रम को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। जिसको लेकर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मुहर्रम की व्यवस्थाओं की समीक्षा और अंतिम रूप देने के लिए हाई लेवल बैठक की। मुख्यमंत्री ने इसके लिए सभी व्यवस्थाएं बेहद ही कुशलता, शांति और सावधानी से करने के लिए सरकार की जिम्मेदारुयों पर जोर दिया। सीएम ने कहा कि हम अपने प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
क्या बोले सीएम उमर अब्दुल्ला
उमर अब्दुल्ला ने कहा, ''हम अपने प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे और हमारी तरफ से कोई कमी नहीं होनी चाहिए।" बैठक में जम्मू-कश्मीर के मंत्री, सीएम के सलाहकार नासिर असलम वानी, मुख्य सचिव अटल डुल्लू, पुलिस और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, विधायक और शिया और अन्य धार्मिक संगठनों के प्रमुख प्रमुख शामिल हुए।
सीएम ने दिए निर्देश
सीएम ने कहा, ''इस बैठक का आकार और संरचना उस महत्व को दर्शाती है, जो हम मुहर्रम के पवित्र महीने को देते हैं। प्रशासन का ध्यान सिर्फ मुहर्रम के पहले 10 दिनों तक सीमित नहीं होना चाहिए। ये दो महीने और आठ दिनों तक चलते हैं, ऐसे में सरकार को मुहर्रम के 10वें दिन के बाद भी जवाबदेह बने रहना चाहिए।''
मुहर्रम और अमरनाथ यात्रा में प्रशासन की बढ़ी जिम्मेदारी
सीएम ने कहा कि इस साल मुहर्रम के साथ अमरनाथ यात्रा होने की बात स्वीकार करते है। साथ ही दोनों कार्यक्रमों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन की जिम्मेदारी बढ़ी है। जिसके लिए उन्होंने अंतर-विभागीय प्रयासों के को-ऑर्डिनेशन और केंद्र शासित प्रदेश में मुहर्रम व्यवस्था की देखरेख करने के लिए, डिविजनल कमिश्नर से स्वतंत्र एक सचिव स्तर के नोडल अधिकारी की नियुक्ति की घोषणा की।
लोगो को सभी तरह की सुविधा
इस बैठक में अब्दुल्ला ने मुख्य फोकस क्षेत्रों पर जोर दिया। उन्होंने टैंकरों की तैनाती और प्रमुख जगहों पर स्टोरेज टैंकों के जरिए लगातार जल उपलब्धता का आश्वासन दिया। साथ ही खाद्य विभाग को एफसीआई के साथ को-ऑर्डिनेशन करके समय पर राशन की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। नगर निकायों और स्वास्थ्य विभाग को स्वच्छता अभियान तेज करने और जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया। अग्निशमन और इमरजेंसी सर्विस से संबंधित विभागों को भी सतर्क किया गया।