कोरियाई वैज्ञानिकों ने बनाया अद्भुत मेमोरी डिवाइस, पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि
नई दिल्ली (शुभांगी)। दक्षिण कोरिया के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा अभिनव मेमोरी डिवाइस विकसित किया है, जो उपयोग के बाद पानी में घुल कर पूरी तरह नष्ट हो जाता है। यह डिवाइस न केवल डेटा स्टोर करने की क्षमता रखता है, बल्कि पूर्ण रूप से बायोडिग्रेडेबल (जैविक रूप से नष्ट हो सकने वाला) भी है, जिससे यह पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं होता। यह तकनीक भविष्य की ई-वेस्ट (इलेक्ट्रॉनिक कचरे) की समस्याओं को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
क्या है इस डिवाइस की खासियत?
इस डिवाइस की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह पानी में 72 घंटों में पूरी तरह घुल जाता है और कोई अवशेष पीछे नहीं छोड़ता। वैज्ञानिकों ने इसे PCL-TEMPO नामक संरचना से तैयार किया है, जिसमें दो प्रमुख तत्व हैं – TEMPO, जो एक ऑर्गेनिक इलेक्ट्रॉनिक अणु है और PCL (पॉलीकैप्रोलैक्टोन), जो एक बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर है। ये दोनों मिलकर एक ऐसा सिंगल-मॉलिक्यूल सिस्टम बनाते हैं, जो डेटा को स्टोर करने के साथ-साथ खुद को नष्ट भी कर सकता है।
वैज्ञानिकों का क्या कहना है?
इस प्रोजेक्ट से जुड़े वैज्ञानिक डॉ. संगहो चो के अनुसार, “यह तकनीक तकनीकी दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पहली बार है जब किसी हाई-परफॉर्मेंस ऑर्गेनिक मेमोरी डिवाइस में सेल्फ-डिस्ट्रक्शन की क्षमता को जोड़ा गया है।“
वह आगे कहते हैं, “हम इसे भविष्य में ‘इंटेलिजेंट ट्रांजिएंट इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस’ में विकसित करने की योजना बना रहे हैं, जिसे बायोइलेक्ट्रॉनिक्स और इको-फ्रेंडली उपकरणों में उपयोग किया जा सके।“
प्रदर्शन और टिकाऊपन की शानदार मिसाल
यह डिवाइस एक मिलियन बार ऑन-ऑफ स्विचिंग के बावजूद डेटा स्टोर करने में सक्षम है। यह 10,000 सेकेंड तक जानकारी सुरक्षित रख सकता है और 3,000 से अधिक बार मोड़ने पर भी खराब नहीं होता। इसे शरीर के अंदर भी इम्प्लांट किया जा सकता है और ज़रूरत पड़ने पर यह धीरे-धीरे घुलकर नष्ट हो जाता है।
जापानी वैज्ञानिकों ने भी की समान खोज
इसी महीने, जापानी शोधकर्ताओं ने भी एक नई प्रकार की प्लास्टिक बनाई है जो समुद्री जल में घुल जाती है। यह सामग्री नाइट्रोजन और फॉस्फोरस छोड़ती है, जो पौधों द्वारा अवशोषित की जा सकती है। यह इंसानों के लिए सुरक्षित है, अग्निरोधक है और कार्बन डाइऑक्साइड भी उत्सर्जित नहीं करती।