कलयुगी मां ने लिव-इन पार्टनर के साथ मिलकर 4 साल की बच्ची को उतारा मौत के घाट, अलमारी में छिपाया शव
महावीर बैरवा और रोशनबाई दोनों दिहाड़ी मजदूर हैं। मृत बच्ची ईशिका, रोशनबाई की पहले पति से हुई संतान थी। घटना के अगले दिन यानी 30 मई को महावीर ने शव को प्लास्टिक बैग में डालकर बारां जिले के भंवरगढ़ थाना क्षेत्र के जैतपुरा गांव स्थित अपने घर पहुंचाया और उसे अलमारी में रखकर वहां से फरार हो गया।;
राजस्थान के जयपुर में एक व्यक्ति और उसकी लिव-इन पार्टनर ने मिलकर चार साल की बच्ची की गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार यह घटना 29 मई को जयपुर में उनके किराए के मकान में हुई थी। बच्ची का शव बाद में बारां जिले स्थित महावीर बैरवा के पैतृक घर में अलमारी में छिपा दिया गया।
महावीर बैरवा और रोशनबाई दोनों दिहाड़ी मजदूर हैं। मृत बच्ची ईशिका, रोशनबाई की पहले पति से हुई संतान थी। घटना के अगले दिन यानी 30 मई को महावीर ने शव को प्लास्टिक बैग में डालकर बारां जिले के भंवरगढ़ थाना क्षेत्र के जैतपुरा गांव स्थित अपने घर पहुंचाया और उसे अलमारी में रखकर वहां से फरार हो गया।
1 जून को महावीर के पिता जयराम बैरवा को अलमारी से दुर्गंध आने पर उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी। जब पुलिस ने अलमारी खोली, तो अंदर से प्लास्टिक बैग में बच्ची का शव मिला।
जयराम की शिकायत पर भंवरगढ़ थाने में महावीर और रोशनबाई के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस ने महावीर को पकड़कर जयपुर पुलिस के हवाले कर दिया और जरूरी सबूत भी सौंपे। रोशनबाई को भी हिरासत में लिया गया है।
पुलिस के अनुसार महावीर के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें दो हत्याएं भी शामिल हैं। वह हाल ही में आठ साल की सजा काटने के बाद जमानत पर रिहा हुआ था।
बच्ची का शव पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। मामले की जांच जारी है।