निखत जरीन ने 21 महीने का सूखा खत्म किया, विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स में जीता गोल्ड

इस जीत के साथ निखत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करीब 21 महीने से चला आ रहा अपना सूखा खत्म किया। आखिरी बार वह 2023 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर पोडियम पर पहुंची थीं।;

By :  DeskNoida
Update: 2025-11-20 17:40 GMT

भारत की स्टार मुक्केबाज और दो बार की विश्व चैंपियन निखत जरीन ने शानदार वापसी करते हुए विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स 2025 में स्वर्ण पदक जीत लिया। महिला 51 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में उन्होंने चीनी ताइपे की झुआन यी गुओ को 5-0 से हराकर एकतरफा जीत हासिल की। इस जीत के साथ निखत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करीब 21 महीने से चला आ रहा अपना सूखा खत्म किया। आखिरी बार वह 2023 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर पोडियम पर पहुंची थीं।

फाइनल मुकाबले में निखत शुरुआत से ही बेहतरीन फॉर्म में दिखीं। उन्होंने आक्रामक रुख अपनाते हुए विरोधी को कोई मौका नहीं दिया और पूरी तरह मैच पर नियंत्रण रखा। 5-0 की क्लीन स्वीप जीत उनकी फिटनेस, तकनीक और दमदार वापसी का सबूत है।

निखत के साथ भारतीय दल की अन्य महिला मुक्केबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। मीनाक्षी हुड्डा (48 किग्रा), प्रीति पवार (54 किग्रा), अरुंधति चौधरी (70 किग्रा) और नूपुर शेओरेन (80+ किग्रा) सभी ने स्वर्ण पदक जीता। महिलाओं की इस सामूहिक सफलता ने भारत के अभियान को ऐतिहासिक बना दिया।

भारत ने टूर्नामेंट का समापन कुल 9 स्वर्ण, 6 रजत और 5 कांस्य पदकों के साथ किया। खास बात यह रही कि भारत के 20 में से सभी मुक्केबाज़ों ने पोडियम पर जगह बनाई। ओलंपिक-क्लास डिवीजनों में भारतीय महिलाओं के दबदबे ने देश की बढ़ती ताकत को मजबूती से दर्शाया, जबकि पुरुषों के सेक्शन में भी दो स्वर्ण पदक भारत के खाते में आए।

दोपहर के सेशन में मीनाक्षी (48 किग्रा), प्रीति (54 किग्रा), अरुंधति (70 किग्रा) और नूपुर (80 किग्रा) ने सोना जीता, जबकि शाम के सेशन में निखत जरीन (51 किग्रा), जैस्मिन लैम्बोरिया (57 किग्रा) और परवीन (60 किग्रा) शीर्ष पर रहीं। लॉस एंजिलिस ओलंपिक में सभी वेट कैटेगरी में जेंडर पैरिटी लाने की तैयारी हो रही है और ऐसे में भारतीय महिलाओं का यह प्रदर्शन वर्ल्ड बॉक्सिंग में देश की बढ़ती ताकत को और आगे बढ़ाता है।

कंधे की गंभीर चोट के चलते लगभग एक साल तक बाहर रही निखत ने सितंबर 2024 में विश्व चैम्पियनशिप के ज़रिये वापसी की थी। इस टूर्नामेंट में उन्होंने सेमीफाइनल में उजबेकिस्तान की जानीवा गुलसेवर को हराया था। निखत आखिरी बार 20 महीने पहले फरवरी 2023 में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में पोडियम पर पहुंची थीं, इसलिए यह जीत उनके लिए और भी खास मानी जा रही है।

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