नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने नवंबर 2025 में अपने अब तक के सबसे भारी और उन्नत संचार उपग्रह, GSAT-20 (जिसे GSAT-N2 भी कहा जाता है) को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर एक नया इतिहास रचा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर जताई खुशी
इसरो की सफल लॉन्चिंग पर खुशी जताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया। जिसमें पीएम मोदी ने लिखा, भारत के युवाओं की ताकत से, हमारा अंतरिक्ष कार्यक्रम ज्यादा आधुनिक और असरदार बन रहा है। LVM3 ने भरोसेमंद हैवी-लिफ्ट प्रदर्शन दिखाया है। जिससे हम गगनयान जैसे भविष्य के मिशन के लिए नींव मजबूत कर रहे हैं, कमर्शियल लॉन्च सेवाओं का विस्तार कर रहे हैं और वैश्विक साझेदारी को मजबूत कर रहे हैं। यह बढ़ी हुई क्षमता और आत्मनिर्भरता को मिला बढ़ावा आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बढ़िया है।
लॉन्च वाहन
इस 4,700 किलोग्राम वजनी उपग्रह को इसरो के अपने रॉकेट की क्षमता से अधिक होने के कारण एलन मस्क की कंपनी SpaceX के Falcon 9 रॉकेट के जरिए फ्लोरिडा, अमेरिका से लॉन्च किया गया। GSAT-20 का मुख्य उद्देश्य पूरे भारत में हाई-स्पीड इंटरनेट, विशेष रूप से दूरदराज के क्षेत्रों और उड़ानों (In-flight connectivity) के दौरान कनेक्टिविटी प्रदान करना है।