गाजा-इजराइल युद्ध पर ट्रंप के पीस प्लान का PM मोदी ने किया स्वागत! जानें क्या है 20-सूत्रीय प्रस्ताव
डोनाल्ड ट्रंप के गाजा पीस प्लान पर दुनिया भर से प्रतिक्रिया आ रही है।;
नई दिल्ली। हमास और इजरायल के बीच जारी जंग अब खत्म होने वाला है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ अपनी बैठक खत्म होने के बाद इसे ऐतिहासिक दिन बताया। डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में शांति लाने के लिए 20-सूत्रीय प्रस्ताव पेश किया है। डोनाल्ड ट्रंप के गाजा पीस प्लान पर दुनिया भर से प्रतिक्रिया आ रही है। इसे लेकर अब पीएम मोदी ने भी ट्रंप के गाजा प्लान का खुलकर समर्थन किया है। पीएम मोदी ने ट्रंप के इस कदम को सराहनीय बताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि भारत का पुर्ण रूप से साथ है। हम सभी ट्रंप की पहल को लेकर एकजुट होंगे। बता दें कि इससे पहले भी आठ देशों ने ट्रंप के गाजा पीस प्लान का समर्थन किया है।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि हम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से गाजा युद्ध को खत्म करने के लिए एक व्यापक प्लान की घोषणा का स्वागत करते हैं। यह फिलिस्तीनी और इजराइली लोगों के साथ-साथ व्यापक पश्चिम एशियाई क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक और स्थायी शांति, सुरक्षा और विकास का एक व्यवहार्य मार्ग प्रदान करता है। हमें उम्मीद है कि सभी संबंधित पक्ष राष्ट्रपति ट्रंप की पहल के पीछे एकजुट होंगे और युद्ध को खत्म करने और शांति सुनिश्चित करने के इस प्रयास का समर्थन करेंगे।
इजराइल-गाजा युद्ध पर भारत का रुख
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इजराइल-हमास संघर्ष पर भारत के रुख को दोहराते हुए कहा कि तत्काल युद्धविराम, बंधकों की बिना शर्त रिहाई और मानवीय सहायता की जाए। विदेश मंत्रालय ने द्वि-राज्य समाधान का भी समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि हम युद्धविराम बंधकों की बिना शर्त रिहाई और गाजा के लोगों को मानवीय सहायता की निरंतर आपूर्ति का आह्वान करते रहेंगे।
ट्रंप का 20 सूत्रीय प्लान
ट्रंप ने नेतन्याहू के साथ एक बैठक की है, जिसमें उस प्लान पर चर्चा की, जिससे गाजा में युद्ध समाप्त हो सकता है। इस मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक 20-सूत्रीय प्लान जारी किया, जिसमें इजराइल और हमास दोनों की ओर से इस योजना को स्वीकार करने पर संघर्ष को तुरंत समाप्त करना शामिल है। इस प्लान को स्वीकृति मिलने के बाद इजराइली सेना को बंधकों की रिहाई की तैयारी के लिए सहमति पर तैयार होना होगा।
दरअसल, इस प्रस्ताव के तहत हवाई हमलों और गोलाबारी सहित सभी सैन्य गतिविधियां रोक दी जाएंगी और बैटल लाइन्स तब तक स्थिर रहेंगी जब तक कि क्रमानुसार वापसी की शर्तें पूरी नहीं हो जाती हैं। इस योजना का उद्देश्य फिलिस्तीन में एक अस्थायी गवर्निंग बोर्ड की स्थापना करना भी है। जिसकी अध्यक्षता ट्रंप और पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर करेंगे।