पीएम नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन के अवसर पर स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान का करेंगे शुभारंभ, जानें क्या है इसका मकसद
नई दिल्ली। इस बार भी पीएम नरेंद्र मोदी का जन्मदिन बेहद खास तरीके से मनाने की तैयारी की जा रही है। वहीं बीजेपी ने 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा मनाने का फैसला किया है। इस दौरान देशभर में तमाम आयोजन किए जाएंगे। इसी कड़ी में पीएम मोदी अपने जन्मदिन 17 सितंबर के मौके पर स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान का शुभारंभ करेंगे।
स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान का शुभारंभ करेंगे
वहीं इसका मकसद पूरे देश में महिलाओं और बच्चों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना है। बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है। जिसमें उन्होंने बताया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर 2025 को स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान का शुभारंभ करेंगे। इस पहल का उद्देश्य पूरे भारत में महिलाओं और बच्चों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना, बेहतर पहुंच, गुणवत्तापूर्ण देखभाल और जागरूकता सुनिश्चित करना है।
स्वास्थ्य सुविधाओं में 75,000 स्वास्थ्य शिविर आयोजित
नड्डा ने बताया कि इस राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत, आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं में 75,000 स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि ये शिविर महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए हैं। जहां उन्हें सभी आवश्यक सेवाएं प्रदान किए जाएंगे, जो सरकार के समावेशी स्वास्थ्य सेवा के दृष्टिकोण का समर्थन करते हैं। मंत्री ने आगे कहा कि इसके अलावा, पोषण, स्वास्थ्य जागरूकता और समग्र कल्याण को बढ़ावा देने के लिए सभी आंगनवाड़ियों में पोषण माह मनाया जाएगा। इन सभी उपायों का उद्देश्य देश भर में स्वस्थ परिवारों और सशक्त समुदायों का निर्माण करना है।
विकास योजनाओं के लिहाज से अहम
वहीं बीजेपी अध्यक्ष ने भी निजी अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा हितधारकों से अपील की कि वो आगे आएं और इस जनभागीदारी अभियान का अभिन्न अंग बनें। जेपी नड्डा ने अपनी पोस्ट में कहा कि भारत प्रथम को अपनी प्रेरणा मानते हुए, आइए हम विकसित भारत के लिए अपने सामूहिक प्रयासों को मजबूत करें। हालांकि पीएम मोदी के जन्मदिन पर बीजेपी द्वारा आयोजित होने वाला सेवा पखवाड़ा न केवल स्वास्थ्य और विकास योजनाओं के लिहाज से अहम है, बल्कि यह एक राजनीतिक संदेश भी है।