नींद की गोलियों से परिवार को सुलाकर प्रेमी से मिलती थी, इसकी भनक लगी तो पूरे परिवार को खत्म कराने की रच डाली यह साजिश! पढ़े खौफनाक प्रेम कहानी
पिता और भाइयों को ही जेल भिजवाने के लिए प्रेमी से एक बेगुनाह का करवाया कत्ल;
मुरादाबाद। कुछ दिनों पहले प्रदेश के जिले मुरादाबाद से एक युवक की हत्या का मामला सामने आया था। अब इस कहानी में नया खुलासा हुआ है। दरअसल मामला हत्या के साथ-साथ गुप्त प्रेम-प्रंसग का है। जानकारी के मुताबिक खुलासा हुआ है कि प्रेमी मनोज के जरिए बेगुनाह पेंटर योगेश की हत्या कराने वाली स्वाति अपने पूरे परिवार को खत्म कराने की तैयारी कर चुकी थी। उसने ऐसी खौफनाक साजिश रची जिसे सुन सबके होश उड़ गए। वह खाने में नींद की गोलियां मिलाकर परिवार को सुलाकर प्रेमी से मिलती थी। परिजनों को जब इसकी भनक लगी तो उसने पूरे परिवार को खत्म कराने की साजिश रची। अपने इस मकसद में वह कामयाब नहीं हुई तो उसने पिता और भाइयों को ही जेल भिजवाने की साजिश रच डाली।
परिवार को नींद की गोलियां मिलाकर सुला देती थी स्वाति
स्वाति ने पुलिस के सामने कबूल करते हुए बताया कि वह खाने में नींद की गोलियां मिलाकर परिवार को सुला देती थी। इसके बाद वह मनोज को अपने घर बुलाकर उससे बातचीत करती थी। कुछ दिन से परिवार के लोगों को शक होने लगा था। जिस कारण मनोज और स्वाति की बात नहीं हो पा रही थी। उन्होंने योगेश की हत्या करने के बाद उसके ही फोन से पुलिस को कॉल की थी ताकि स्वाति के पिता और भाई जेल चले जाएं। इसके बाद उनका मिलना जुलना शुरू हो जाएगा। इतना ही नहीं योगेश की हत्या में अगर उसके भाई और पिता जेल नहीं जाते तो वह दोबारा परिवार को खत्म करने का प्रयास करती।
ऐसे दिया साजिश को अंजाम
जानकारी के मुताबिक आरोपी मनोज और मंजीत योगेश को बेहोश करने के बाद बाइक पर बैठाकर जीरो प्वाइंट पुल के नीचे से बागड़पुर से होते हुए मौढा तैय्या के कब्रिस्तान के पास ले गए। मनोज ने यहां योगेश को जमीन पर गिरा दिया और उसके ऊपर बैठ गया। योगेश के हाथ दबा लिए और मंजीत ने ईंट से उसके सिर पर हमला किया। इसके बाद मनोज ने भी योगेश के सिर पर हमला किया और उसकी पीट पीटकर हत्या कर दी।
अपने भाई को फंसाने के लिए योगेश के नंबर से की थी उसको कॉल
साजिशकर्ताओं ने ऐसी साजिश रची कि कोई सोच भी नहीं सकता। दरअसल योगेश की हत्या करने के बाद आरोपी मनोज ने उसके मोबाइल से पहली कॉल स्वाति के भाई गौरव के नंबर पर की। यह नंबर स्वाति ने ही मनोज को उपलब्ध कराया था। गौरव ने कॉल रिसीव भी कर ली थी। गौरव को कॉल करना भी साजिश का ही हिस्सा था। ताकि पुलिस कॉल डिटेल निकलवाई तो गौरव का नाम भी सामने आ जाए।
आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मनोज और उसके ममेरे भाई डिलारी के तेलीपुरा निवासी मंजीत को गिरफ्तार किया। इस दौरान मनोज के पैर में गोली लगी। इसके बाद पुलिस ने स्वाति को भी गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
योगेश को ही मारने के लिए क्यों चुना?
बता दें कि योगेश मनोज का पुराना जानकार था। दोनों रंगाई-पुताई का काम करते थे और अक्सर साथ बैठकर शराब भी पीते थे। हत्या वाले दिन योगेश अचानक मनोज के रास्ते में आ गया। शराब का लालच देकर उसे अपने जाल में फंसा लिया गया। शाम को तीनों बैठे तो मनोज ने योगेश के गिलास में नींद की मिला दीं। कुछ ही देर में योगेश बेसुध हो गया। जिसके बाद घटना को अंजाम दे डाला।