देखने वाला चेहरा था डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का जब नीतीश कुमार ने मीटिंग में देर से आने पर यह कह कर टोक दिया...
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बैठकों का दौर जारी है। अब कुछ ही दिनों में बिहार चुनाव का ऐलान होने वाला है। वहीं सीएम नीतीश कुमार मीटिंग कर रहे थे। तभी इस मीटिंग में डिप्टी सीएम विजय सिन्हा देरी से पहुंचे। इस पर सीएम नीतीश कुमार ने डिप्टी सीएम विजय सिन्हा को टोक दिया। सीएम ने कहा कि आप थोड़ा लेट से आते हैं। इस दौरान नीतीश कुमार ने राज्य में कई बड़े ऐलान किया है।
हमारी पार्टी में ही तो चार लोग थे
बता दें कि इस बैठक में सीएम नीतीश कुमार के साथ ही सरकार के मंत्री, अधिकारी और डिप्टी सीएम सम्राट भी मौजूद रहे। हालांकि, दूसरे डिप्टी सीएम विजय सिन्हा इस मीटिंग में देरी से आए। इस पर भरी मीटिंग में जब सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें टोक दिया तो वह सकपका गए। मीटिंग में महिला रोजगार योजना की लाभार्थी महिलाओं के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि अब चुनाव होने वाला है। आप लोग भी ध्यान रखिएगा। केंद्र सरकार से हमें भरपूर सहयोग मिल रहा है। साथ ही सीएम ने कहा कि हमारी पार्टी में ही तो चार लोग थे, जो इधर-उधर कर दिए थे, हमने साफ कह दिया है कि अब दाएं-बाएं नहीं करना है।
2500 करोड़ की राशि का अंतरण किया
बता दें कि सीएम नीतीश कुमार एक्स पर पोस्ट कर कहा कि आज 1 अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' से 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' की 25 लाख लाभुक महिलाओं को 10 हजार रुपए प्रति लाभुक की दर से 2500 करोड़ रुपये की राशि का अंतरण किया। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों द्वारा 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' का शुभारंभ 26 सितम्बर 2025 को किया गया था और उस दिन 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' के अंतर्गत राज्य की 75 लाख महिला लाभुकों को 10 हजार प्रति लाभुक की दर से 7500 करोड़ की राशि डी०बी०टी० के माध्यम से हस्तांतरित की गयी थी। यानी अब तक कुल 1 करोड़ लाभुक महिलाओं के खाते में अब तक 10 हजार करोड़ रुपये की राशि अंतरित की जा चुकी है। आज एक करोड़वीं लाभार्थी अंजु कुमारी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़कर अपना अनुभव साझा किया तथा प्रसन्नता व्यक्त की।
महिलाओं की स्थिति और ज्यादा मजबूत होगी
'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' का मुख्य लक्ष्य राज्य के सभी परिवारों की एक महिला को उनकी पसंद का रोजगार शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता देना है। इसके तहत आर्थिक सहायता के रूप में 10000 रु की प्रारंभिक राशि दी जा रही है। महिलाओं द्वारा रोजगार शुरू करने के बाद आकलन कर 2 लाख रु तक की अतिरिक्त वित्तीय सहायता दी जाएगी। मुझे विश्वास है कि इस योजना के क्रियान्वयन से महिलाओं की स्थिति और ज्यादा मजबूत होगी, वे आत्म निर्भर बनेंगी। स्वावलंबन एवं आत्मनिर्भरता पर केंद्रित इस योजना के माध्यम से राज्य एवं देश के आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा।