गर्लफ्रेंड के चक्कर में पति ने पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए उठाया क्रूर कदम! हत्या की साजिश से इस तरह पर्दा उठाने पर पुलिस वालों को मिला ईनाम
टेंट वालों के साथ शादियों में डेकोरेशन का काम करने के दौरान ओमसरन की नजदीकियां बरेली निवासी ब्यूटी पार्लर संचालिका मन्नत से हो गई थीं।;
बरेली। उत्तरप्रदेश के बरेली शहर के आंवला क्षेत्र से रिश्तों को तार-तार कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल एक डेकोरेशन संचालक ने प्रेमिका को घर लाने और साथ रहने के लिए वैवाहिक बंधन की बिना परवाह किए पत्नी को निर्ममता पूर्वक बांके से मार डाला। उसने पूर्णागिरि देवी दर्शन के बहाने पत्नी की हत्या की इस तरह साजिश रची कि ससुरालवाले भी उसे बेकसूर बताते रहे।
यह है पूरा मामला
दरअसल यूपी के बरेली स्थित पूर्णागिरी दर्शन कर आधी रात में ससुराल से बाइक लेकर अपने घर जा रहे डेकोरेशन संचालक ने अपनी पत्नी की सुनियोजित तरीके से हत्या कर दी। उसने घटना को बदमाशों का हमला और लूट दिखाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने 15 घंटों में ही सच्चाई का खुलासा कर दिया। प्रेमिका से भविष्य में शादी के इरादे से की गई। एसएसपी ने संयुक्त टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
हत्या की असली वजह प्रेम-त्रिकोण
घटना की असली वजह प्रेम-त्रिकोण ही है। हत्यारोपी ओमसरन ने पुलिस को बताया कि कम उम्र में ही उसकी शादी अमरवती से हो गई थी। उसके बच्चे भी काफी बड़े हो गए थे। अमरवती पुराने ख्यालों की महिला थी और परिवार व धार्मिक कार्यों में लगी रही थी।
मन्नत से कर लिया था प्रेमविवाह
टेंट वालों के साथ शादियों में डेकोरेशन का काम करने के दौरान ओमसरन की नजदीकियां बरेली निवासी ब्यूटी पार्लर संचालिका मन्नत से हो गई थीं। ओमसरन का दावा है कि उसने मन्नत से प्रेमविवाह कर लिया था, पर उसे घर लाने के लिए पुराने ख्यालों की अमरवती को रास्ता से हटाना जरूरी था।
मन्नत शादी के बाद अपने पति से रहती थी अलग
बता दें कि ओमसरन भी ठीक ठाक कद काठी का था। इसी से मन्नत उससे प्रभावित हो गई थी। मन्नत शादी के बाद अपने पति से अलग रहती थी। करीब छह महीने से दोनों में प्रेम संबंध था।
मन्नत ने ही ओमसरन को हत्या के लिए उकसाया था
हालांकि जब ओमसरन ने उससे साथ रहने को कहा तो मन्नत ने शर्त रखी कि वह पहली पत्नी अमरवती को रास्ते से हटा दे तो यह संभव है। इसी वजह से दोनों ने यह साजिश रची थी। मन्नत भले ही हत्या में साथ नहीं रही, लेकिन उसने ही ओमसरन को उकसाया था।
कॉल रिकॉर्ड से फंसा ओमसरन
- शाम 6:00 बजेः पूर्णागिरी से प्रस्थान, मन्नत को सूचना दी
- रात 10:30 बजेः ट्रेन से बरेली पहुंचा दंपती, मन्नत को सूचना दी
- रात 11:00 बजेः मोतीपुरा पहुंचे, भगवानदास को कॉल
- रात 11:45 बजेः बाइक से दंपती निकले, मन्नत को अंतिम बार कॉल
- रात 12:15 बजेः घटनास्थल पहुंचे दंपती
- रात 12:20-12:30 बजेः हत्या की घटना
- रात 12:35 बजेः अनिल यादव की ओर से डायल 112 पर सूचना
लूटपाट की बना डाली कहानी
बदायूं के वजीरगंज थाना क्षेत्र के ब्यौली गांव निवासी ओमसरन मौर्य ने अपनी पत्नी के भाई भगवान दास व दोस्त अनिल यादव को सूचना देकर बताया कि आंवला-वजीरगंज रोड पर आ जाओ। वह पत्नी 35 वर्षीय अमरवती को लेकर ससुराल आंवला थाने के गांव मोतीपुरा से अपने घर जा रहे थे। तभी उसैता गांव के पास छह-सात बदमाशों ने उन्हें घेर लिया। वह लूटपाट करने लगे। विरोध किया तो इन लोगों ने अमरवती की हत्या कर दी। अनिल यादव ने तत्काल आंवला पुलिस व यूपी 112 को सूचना दी।
सिर पर किया प्रहार, बाद में खुद ही साले को दी सूचना
बता दें कि आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने कंथरी के पास ऐसे अंधेरे व निर्जन स्थान पर बाइक रोकी और लघुशंका की बात कही। लघुशंका करके उसने बाइक की डिकी से बांका निकालकर पत्नी के सिर पर प्रहार किया। पहले ही प्रहार में अमरवती गिर गई, हालांकि उसने बचने को हाथ-पैर चलाए लेकिन ओमसरन सिर पर वार करता रहा। उसने पत्नी के कुछ जेवर व सामान आसपास खेत व झाड़ी में छुपा दिए। जेब में रखे 10100 रुपये और बांका भी छुपा दिया। फिर फोन के जरिये अपने साले भगवानदास व मित्र अनिल यादव को सूचना दी।
15 घंटे तक लगातार चली जांच
जानकारी के मुताबिक करीब 15 घंटे तक लगातार मामले की जांच चली। फॉरेंसिक टीम के जुटाए साक्ष्य और घटनास्थल के आसपास 50 मीटर की दूरी से ही जेवर व नकदी की बरामदगी के बाद एसपी अंशिका वर्मा ने पुलिस लाइन में मामले का चौंकाने वाला खुलासा कर दिया।