CJI पर हमला करने वाला वकील का पहला बयान आया सामने, कहा- मुझे अपने किए पर कोई अफसोस नहीं, जानें कौन है राकेश किशोर

Update: 2025-10-07 07:14 GMT

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को एक ऐसी घटना सामने आई थी जिसके बाद से कई सवाल उठने लगे थे। वहीं इसको लेकर सियासत तेज भी तेज हो गया है। दरअसल, एक वकील ने सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस बीआर गवई की तरफ जूता फेंका था। गनीमत रही कि इस घटना में चीफ जस्टिस को किसी प्रकार की शारीरिक चोट नहीं आई। इस घटना के बाद से ही कई सवाल उठने शुरू हो गए थे।

मुझे इस तरह की घटनाओं से कोई फर्क नहीं पड़ता

बता दें कि इस घटना ने भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में एक नकारात्मक छाया डाली। घटना के बावजूद चीफ जस्टिस गवई पूरी तरह शांत रहे और उन्होंने कहा कि मुझे इस तरह की घटनाओं से कोई फर्क नहीं पड़ता। आप लोग अपनी दलीलें जारी रखें। वहीं यह घटना मध्य प्रदेश के खजुराहो परिसर में क्षतिग्रस्त विष्णु प्रतिमा की पुनर्स्थापना से जुड़ी याचिका के सिलसिले में हुई थी। 16 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने खजुराहो के जवारी मंदिर में भगवान विष्णु की सात फुट ऊंची मूर्ति के पुनर्निर्माण और पुनः स्थापना के लिए याचिका खारिज कर दी थी। कोर्ट ने इसे प्रचार हित याचिका करार दिया था।

मुझे अपने किए पर कोई अफसोस नहीं

दरअसल, घटना के बाद वकील राकेश किशोर ने कहा कि मैं आहत था...मैं कोई नशे में नहीं था। ये उनकी कार्रवाई पर मेरी प्रतिक्रिया थी। न तो मैं डरा हुआ हूं और न ही मुझे अपने किए पर कोई अफसोस है। 16 सितंबर को मुख्य न्यायाधीश की अदालत में एक जनहित याचिका दायर की गई थी। मुख्य न्यायाधीश ने इसका मजाक उड़ाते हुए कहा- जाओ और मूर्ति से प्रार्थना करो और उससे ही अपना सिर वापस लगाने के लिए कहो....। जब हमारे सनातन धर्म से जुड़ा कोई मामला आता है, तो सर्वोच्च न्यायालय ऐसे आदेश देता है।

मैं किसी से माफी नहीं मांगने वाला

वहीं वकील ने इस दौरान कहा कि याचिकाकर्ता को राहत नहीं देनी मत दीजिए, लेकिन उसका मजाक भी न उड़ाएं। वकील राकेश किशोर ने कहा कि न्यायाधीशों को अपनी संवेदनशीलता पर काम करने की जरूरत है। लाखों मामले लंबित हैं। मैं किसी से माफी नहीं मांगने वाला और न ही मुझे अफसोस है। मैंने ऐसा कुछ नहीं किया। आप मुझसे सवाल कर रहे हैं, लेकिन ये सब ऊपर वाले ने मुझसे कराया।

कौन हैं वकील राकेश किशोर

दरअसल, आरोपी वकील राकेश किशोर हैं। कोर्ट स्टाफ ने उन्हें पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। घटना के समय राकेश किशोर चिल्ला रहे थे। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार राकेश किशोर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के रजिस्टर्ड सदस्य हैं और दिल्ली के मयूर विहार इलाके में रहते हैं। उन्होंने 2009 में दिल्ली बार काउंसिल में नामांकन कराया था। उनके पास सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन, शाहदरा बार एसोसिएशन और दिल्ली बार काउंसिल के सदस्यता कार्ड भी मिले। 

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