उपराष्ट्रपति चुनाव में जमकर हुई क्रॉस वोटिंग! इंडिया गठबंधन के 13 सांसदों ने दिया धोखा, शिवसेना नेता संजय राउत ने दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति चुनाव में NDA के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने INDIA गठबंधन के सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों से हरा दिया। राधाकृष्णन को 452 तो रेड्डी को 300 वोट मिले। वहीं इसको लेकर अब सियासत तेज हो गया है। दरअसल, इंडिया गठबंधन के पास 315 सांसद हैं। ऐसे में उसे उम्मीद से कम वोट मिले। इसके बाद कहा जा रहा है कि कुछ सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की।
इंडिया गठबंधन कर रहा विचार
मिली जानकारी के अनुसार, जिन सांसदों ने क्रॉस वोटिंग किया वो महाविकास अघाड़ी के हैं। वही एनडीए को इस क्रॉस वोटिंग के जरिए 10 से 13 ज्यादा वोट मिले। ये 10 से 13 सांसद गठबंधन की किस पार्टी के हैं। हालांकि अब इसपर इंडिया गठबंधन विचार कर रहा है। दरअसल, क्रॉस वोटिंग पर शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने कहा कि क्रॉस वोटिंग की बात कौन कर रहा है। यह एनडीए के कुछ लोग कर रहे हैं। हमारे जितने वोट थे वो आंकड़ा हमारे पास आया है। हमको 300 वोट मिले हैं और 15 वोट जो अवैध हुए हैं वो 15 वोट सुदर्शन रेड्डी के सामने ही आंकड़ा लिखा है। कुछ कारण से उन मतों को अवैध ठहरा दिया गया।
बीजेपी की नैतिक और राजनीतिक हार हुई
वहीं कांग्रेस ने कहा कि आंकड़ों में भले ही राधाकृष्णन की जीत हुई, लेकिन असल में बीजेपी की नैतिक और राजनीतिक हार हुई है। उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मतदान 9 सितंबर सुबह 10 बजे आरंभ हुआ था, जो शाम पांच बजे समाप्त हुआ। मतदान खत्म होने के करीब ढाई घंटे के बाद चुनाव परिणाम घोषित किए गए।
40 विपक्षी सांसदों ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी
हालांकि बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने दावा किया कि लगभग 40 विपक्षी सांसदों ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी और किसी न किसी रूप में एनडीए उम्मीदवार के समर्थन में मतदान किया। वहीं NDA नेताओं का कहना है कि महाराष्ट्र के कुछ विपक्षी सांसदों ने राधाकृष्णन के समर्थन में मतदान किया।
98.2 प्रतिशत मतदान हुआ
बता दें कि राज्यसभा के महासचिव और निर्वाचन अधिकारी पी सी मोदी ने नतीजों की घोषणा की और कहा कि कुल 98.2 प्रतिशत मतदान हुआ। राधाकृष्णन को 452 तथा विपक्ष के प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट हासिल हुए। उन्होंने बताया कि इस मतदान में निर्वाचक मंडल के कुल 781 सदस्यों में से 767 (एक डाक मतपत्र समेत) ने मतदान किया था, जिसमें 15 वोट अवैध करार दिए गए।