'वे हमें गोलियों से भूनते रहे, हम उन्हें बिरयानी खिलाते रहे...', कांग्रेस पर खूब बरसें जेपी नड्डा, दिया करारा जबाव
तत्कालीन सरकार ने 2005 के दिल्ली सीरियल बम विस्फोटों, 2006 के वाराणसी आतंकी हमले, 2006 के मुंबई लोकल ट्रेन बम विस्फोटों में कोई कार्रवाई नहीं की।;
नई दिल्ली। संसद में मानसून सत्र का आज 8वां दिन है। राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर लगातार दूसरे दिन चर्चा हो रही है। भाजपा सांसद जेपी नड्डा ने राज्यसभा में कहा कि 2004 से लेकर 2014 तक हर शहर में धमाके होते थे। उस समय की सरकार असंवेदनशील थी। सरकार पाकिस्तानियों को मिठाई खिलाती रही। जेपी नड्डा कांग्रेस के ऊपर खूब बरसतें हुए नजर आए।
क्या बोले जेपी नड्डा
ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा के दौरान राज्यसभा में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, "तत्कालीन सरकार ने 2005 के दिल्ली सीरियल बम विस्फोटों, 2006 के वाराणसी आतंकी हमले, 2006 के मुंबई लोकल ट्रेन बम विस्फोटों में कोई कार्रवाई नहीं की। मुद्दा यह है कि तब भारत और पाकिस्तान के बीच आतंकवाद और व्यापार और पर्यटन जारी रहा।" उन्होंने आगे कहा, "हमारे पास वही पुलिस और सेना थी, लेकिन कोई राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं थी। 2009 के एससीओ शिखर सम्मेलन में 2008 में हुए इतने बड़े आतंकी हमले का कोई जिक्र नहीं हुआ।"
नियंत्रण रेखा पार करने के लिए ट्रिपल-एंट्री परमिट की अनुमति दी...
केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा कहते हैं, "हमें उनकी (तत्कालीन कांग्रेस सरकार की) तुष्टिकरण की सीमा को समझने की जरूरत है कि 2008 में इंडियन मुजाहिद्दीन द्वारा किए गए जयपुर बम विस्फोटों के बाद, भारत और पाकिस्तान एक विशिष्ट विश्वास-निर्माण उपायों पर सहमत हुए थे। वो हमें गोलियों से भूनते रहे और हम उनको बिरयानी खिलाने चले। उन्होंने नियंत्रण रेखा पार करने के लिए ट्रिपल-एंट्री परमिट की अनुमति दी।"
हम इस देश में अंधकार में जी रहे थे...
केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने आगे कहा कि, "एक पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा था, "भारत की नीति है कि सीमाओं का विकास न करना ही सबसे अच्छा बचाव है। अविकसित सीमाएँ विकसित सीमाओं से ज्यादा सुरक्षित होती हैं।"एक पूर्व गृह मंत्री ने कहा था, "मुझे कश्मीर जाने में डर लगता है"। हम इस देश में अंधकार में जी रहे थे। 2014-2025 तक, जम्मू-कश्मीर को छोड़कर देश में आतंकवादी हमले बंद हो गए"
उरी सर्जिकल स्ट्राइक पर भी बोले जेपी नड्डा
केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, "उरी सर्जिकल स्ट्राइक की बात करें तो1947 के बाद यह पहली बार था कि भारतीय प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक रूप से कहा कि (उरी) हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगाऔर तीन दिनों के भीतर सर्जिकल स्ट्राइक की गईं और आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया। यह बदलता भारत है। उन लोगों की तुलना में राजनीतिक इच्छाशक्ति देखिए जिन्होंने कहा था कि हम देखेंगे कि क्या करना है।"