दिल्ली में आईफोन और नकदी ठगने वाले गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार, नाबालिग साथी फरार
पुलिस के अनुसार, यह घटना 23 अगस्त को हुई जब शिकायतकर्ता मोहम्मद ओवैस (26), जो उत्तर प्रदेश के संभल का निवासी है, मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन पर एक लड़के से मिला।;
दिल्ली पुलिस ने पूर्वी दिल्ली के शकरपुर इलाके में एक युवक से आईफोन और नकदी ठगने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह में एक नाबालिग भी शामिल था, जो फरार हो गया है।
पुलिस के अनुसार, यह घटना 23 अगस्त को हुई जब शिकायतकर्ता मोहम्मद ओवैस (26), जो उत्तर प्रदेश के संभल का निवासी है, मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन पर एक लड़के से मिला। लड़के ने दावा किया कि वह हरियाणा से अपने मालिक के पैसे चुराकर भागा है और बिहार जा रहा है, उसके पास नकदी से भरा बैग है।
कुछ देर बाद दो युवक भी वहां पहुंचे और ओवैस को यह विश्वास दिलाने लगे कि लड़का सच बोल रहा है। उन्होंने ओवैस से 1,000 रुपये नकद देने को कहा, ताकि "सच्चाई परख" की जा सके। लालच में आकर ओवैस ने पैसे दे दिए। इसके बाद लड़के ने अपना बैग ओवैस को थमा दिया और उससे अकाउंट बैलेंस दिखाने को कहा। इसी बहाने आरोपियों ने उसका स्क्रीन लॉक पासवर्ड और यूपीआई पिन पता कर लिया।
लक्ष्मी नगर मेट्रो स्टेशन पर आरोपियों ने ओवैस से आईफोन यह कहकर ले लिया कि कहीं वह बैग लेकर भाग न जाए। जब ओवैस नाबालिग के लिए ऑटो ढूंढ रहा था, तभी आरोपी आईफोन लेकर फरार हो गए।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और मोबाइल की लोकेशन गुरुद्वारा सीसगंज साहिब इलाके में ट्रेस की। वहां से बवाना निवासी बिलाल (25) और राहुल (29) को गिरफ्तार किया गया, जबकि नाबालिग फरार हो गया।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने ओवैस के यूपीआई अकाउंट से 3,000 रुपये की साइकिल खरीदी और अन्य लोगों को फर्जी ऑनलाइन ट्रांसफर दिखाकर करीब 40,000 रुपये की ठगी की। इसमें से लगभग 22,500 रुपये नकद में बदल दिए गए।
पुलिस के मुताबिक, बिलाल एक शातिर अपराधी है जो पहले भी डकैती, चोरी और झपटमारी जैसे पांच मामलों में शामिल रहा है। उसका साथी राहुल बवाना की एक चप्पल फैक्ट्री में काम करता है। दोनों नाबालिग को "चारा" बनाकर लोगों का विश्वास जीतते थे और फिर ठगी को अंजाम देते थे।