UNGA: इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोओ ने भाषण में ओम स्वास्तिअस्तु और ओम शांति कहकर दिया यह संदेश! भारत में हर तरफ चर्चा
राष्ट्रपति प्रबोओ भिन्न- भिन्न संस्कृतियों और भाषाओं को अपना कर एकता और शांति का संदेश फैलाना चाहते हैं।;
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र महासभा में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो ने अपना भाषण संस्कृत में शुरु किया। उन्होंने संस्कृत के पारंपरिक अभिनंदन करते हुए दुनिया को एक खास सांस्कृतिक और राजनीतिक संदेश दिया। उन्होंने अपने अभिवादन में ओम स्वास्तिअस्तु और ओम शांति शांति शांति ओम कहा, जिसके माध्यम से उन्होंने सभी धर्मों और संस्कृतियों में सद्भाव और एकजुटता का संदेश दिया। राष्ट्रपति प्राबोओ सुबिअंतो ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के अंत में ओम शांति बोलकर समापन किया। इसके बाद से भारत में हर तरफ उनकी चर्चा हो रही है।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोओ ने कहा था उनका डीएनए भारत का है
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोओ सुबिआंतो ने भाषण में ओम बुद्धाय कहा जो बौद्ध धर्म से जुड़ा एक सम्मानीय अभिवादन है। इसके अलावा उन्होंने अपने संबोधन में अरबी और हिब्रू भाषाओं के भी कुछ शब्द शामिल किए थे, बहुभाषीय प्रबोओ के भीतर बहुसांस्कृतिक और विश्व शांति के लिए समर्पण झलक दिखती है। यह पहली बार नहीं है जब प्रबोओ ने भारतीय संस्कृति या भाषा का उल्लेख किया हो। बता दें कि जनवरी में भारत के दौरे के दौरान उन्होंने कहा था कि उनका डीएनए भारत का है। उन्होंने भारतीय नेताओं राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति से यह जानकारी साझा करते हुए कहा था कि उन्होंने जेनेटिक सिक्वेंसिंग और डीएनए टेस्ट भी कराया है। रिपोर्ट में पता चला कि उनके अंदर भारतीय जीन मौजूद है।
ट्रंप ने कहा प्रबोओ की अंग्रेजी पर भी अच्छी पकड़
इसके अलावा प्रबोओ का एक वीडियो भी भारत में काफी लोकप्रिय हुआ था, जिसमें वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत करते हुए नजर आए। इस बातचीत के दौरान ट्रंप ने प्रबोओ की अंग्रेजी बोलने की सराहना की थी, यही बातें प्रबोओ के बहुभाषी कौशल को दिखाता है। इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर खूब लोकप्रियता पाई थी। प्रबोओ सुबिआंतो की बहुआयामी छवि प्रभावशाली नेता की है, जो कि विश्व की भिन्न- भिन्न संस्कृतियों और भाषाओं को अपना कर एकता और शांति का संदेश फैलाना चाहते हैं।