UP: मेरी बहन को छुआ... और काट दिया हाथ! निर्वस्त्र कर जमकर पीटा, गला काटकर किया डांस... पढ़ें प्रेम के अंजाम की दर्दनाक कहानी
शव को ठिकाने लगाने के लिए सिर और बिना कपड़ों वाले धड़ को अलग-अलग बोरियों में भरकर जाजमऊ गंगापुल से नीचे फेंक दिया था।;
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में हुए कार चालक ऋषिकेश हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासे सामने आए हैं। दरअसल गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले राज खोले हैं। आरोपियों ने बताया कि कैमरों को चकमा देने के लिए बिना नंबर के ई-रिक्शे से शव को गंगा तक ले गए थे। हत्यारोपी पवन ने ई-रिक्शे का जुगाड़ किया था। पुलिस अभी फरार अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।
क्या था पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक कानपुर के चकेरी के शिवकटरा हरिजन बस्ती से शुक्रवार रात लापता हुए कार चालक ऋषिकेश (22) की हत्या प्रेमिका के भाई और उसके साथियों ने की थी। पुलिस हिरासत में आरोपियों ने वारदात को अंजाम देना कबूल कर लिया है। कहा कि उसे शराब पार्टी के बहाने घर से बुलाया था।
चार आरोपी अभी भी फरार
कानपुर की चकेरी पुलिस ने कार चालक ऋषिकेश की हत्या करने वाले दोस्त शिवकटरा निवासी मोगली उर्फ प्रिंस, निखिल, आकाश और रिशू वर्मा को सोमवार को काकोरी के जंगल से गिरफ्तार कर लिया। हत्याकांड को अंजाम देने वाले चार आरोपी अभी फरार हैं।
गर्दन काटने का बनाया वीडियो
आरोपियों ने बर्बरता की हद पार करते हुए पिटाई से लेकर गर्दन काटने तक का वीडियो हंसते हुए बनाया था। मुख्य आरोपी पवन ने कहा कि तेरी वजह से लोग मेरी बहन पर कमेंट करते हैं। तेरी हिम्मत कैसे हुई उसे छूने की। इसी हाथ से तूने मेरी बहन को छुआ था और इतना कहकर उसने ऋषिकेश का हाथ काट दिया। उसे तड़पता देखकर मुख्य आरोपी ने जमकर शराब भी पी और नाचा। डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि आरोपियों ने चार अन्य साथियों संग मिलकर हत्या की है।
गला और बायां हाथ काट डाला
बॉबी और पवन ने ऋषिकेश की बनियान से ही उसके पैर बांध दिए। फिर उस पर बेल्ट और लात घूंसे बरसाए। वह मदद के लिए चीखता रहा लेकिन आरोपी नहीं रुके। इसके बाद पहले बॉबी और फिर पवन ने बारी-बारी से गला और बायां हाथ काट डाला। वहां मौजूद अन्य साथियों ने इस बर्बरता का वीडियो भी बनाया।
चापड़ से सिर धड़ से किया अलग
बता दें कि आरोपियों ने काकोरी ले जाकर शराब पार्टी की, जहां उसे निर्वस्त्र कर जमकर पीटा। पैर बांधने के बाद डांस करते करते चापड़ से उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। इसका वीडियो भी बनाया। पहचान छिपाने और शव को ठिकाने लगाने के लिए सिर और बिना कपड़ों वाले धड़ को अलग-अलग बोरियों में भरकर जाजमऊ गंगापुल से नीचे फेंक दिया था।