Uttarkashi: धराली और हर्षिल में चौथे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, राहत व बचाव कार्यों ने पकड़ी रफ्तार, जानें कितने लोग अभी भी हैं लापता
वायुसेना ने 130 NDRF/SDRF/IA कर्मियों को तैनात किया और लगभग 20 टन राहत सामग्री हवाई मार्ग से पहुंचाई।;
देहरादून। उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से भारी तबाही मची है। चारों तरफ त्रासदी ही त्रासदी नजर आ रही है। ऐसे में भारतीय वायुसेना रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। लापता लोगों की तलाश जारी है। रेस्क्यू ऑपरेशन का आज चौथा दिन है। अब तक फंसे 657 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। वायु सेना के चिनूक हेलिकॉप्टर से भारी मशीनरी व रसद पहुंचाई गई है। सड़क मार्ग बंद होने के कारण सारी उम्मीदें हेली सेवाओं पर टिक गईं थी।
हर्षिल के लिए चार हेलिकॉप्टरों ने भरी उड़ान
उत्तरकाशी जिले के धराली में आपदा के बचाव व राहत कार्यों ने तेजी पकड़ते हुए मातली से हर्षिल के लिए चार यूकाडा के हेलिकॉप्टरों ने उड़ान भरी है। चिनकू, एमआई-17 समेत आठ निजी हेलिकॉप्टर बचाव अभियान में जुटे हुए है। हेलिकॉप्टर से हर्षिल, नेलांग, मताली से फंसे 657 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
वायुसेना ने 20 टन राहत सामग्री पहुंचाई
बता दें कि इस पूरे बचाव मिशन में सेना अहम भूमिका निभा रही है। भारतीय वायुसेना के शिनुक और Mi-17V5 हेलीकॉप्टरों ने C-295 और AN-32 परिवहन विमान युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। सड़क संपर्क ध्वस्त होने के बाद वायुसेना की भूमिका अहम हो गई है। वायुसेना ने 130 NDRF/SDRF/IA कर्मियों को तैनात किया और लगभग 20 टन राहत सामग्री हवाई मार्ग से पहुंचाई।
आपदा स्थल पर एक्टिव मोड में प्रशासन
आपदा स्थल पर पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना, फायर, राजस्व आदि की टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हैं। आपदा ग्रस्त क्षेत्र में फंसे लोगों को प्रातः से ही हेली के माध्यम से आईटीबीपी मातली पहुंचाने का सिलसिला निरंतर जारी है। आज 55 लोगों को आईटीबीपी मातली सिफ्ट किया गया है।
सैन्यकर्मी अभी तक भी लापता
जानकारी के मुताबिक जीवित लोगों की तलाश के लिए चलाए जा रहे अभियान में एनडीआरएफ के 69 बचावकर्मियों, दो खोजी कुत्तों और पशु-चिकित्सकों की एक टीम भी शामिल हो गयी है। सेना ने कहा कि 50 से अधिक लोग और एक जूनियर कमीशन ऑफिसर समेत नौ सैन्यकर्मी अब भी लापता हैं। जिनकी तलाश जारी है।