CWC की बैठक में क्यों शामिल नहीं हुईं सोनिया गांधी...बघेल ने बताया यह कारण! CM पद के चेहरे पर 'तब' होगी बात
पटना। पटना में आज आजादी के बाद पहली बार CWC की बैठक हो रही है। यह बैठक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय सदाकत आश्रम में बैठक हो रही है। वहीं बैठक के लिए पटना में कांग्रेस नेताओं का जमावड़ा लग चुका है। लेकिन इस बैठक से सोनिया गांधी नदारद रहीं। हालांकि इसको लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुलासा किया कि क्यों नहीं शामिल हुई हैं।
इस वजह से नहीं शामिल हुईं सोनिया
बता दें कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत करते हुए NDA सरकार पर जमकर हमला बोला। साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आर्थिक और विदेश नीति के मोर्चे पर पूरी तरह फेल हो गए हैं। जिस कारण देश के हालात काफी खबर हो गए हैं। सोनिया गांधी के नहीं आने के सवाल पर बघेल ने मल्लिकार्जुन खरगे के हवाले से कहा कि वह आना चाहती थीं, लेकिन तबीयत खराब होने के कारण वह नहीं आ पाईं। मुख्यमंत्री पद के चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस कमेटी की बैठक है। जब इंडिया गठबंधन की बैठक होगी तब मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर बात होगी।
आज भारत को कई परेशानियों में डाल रहे हैं
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने CWC बैठक में कहा कि हम ऐसे समय मिल रहे हैं जब भारत अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय, दोनों स्तरों पर बेहद चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जो समस्याएं हैं, वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की कूटनीतिक विफलता का नतीजा हैं। जिन दोस्तों पर प्रधानमंत्री मेरे दोस्त कहकर गर्व करते हैं, वहीं आज भारत को कई परेशानियों में डाल रहे हैं।
निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव लोकतंत्र का आधार है
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बिहार की ही तर्ज पर अब देश भर में लाखों लोगों के वोट काटने की साजिश रची जा रही है। वोट चोरी का मतलब है- दलित, आदिवासी, पिछड़ा, अति-पिछड़ा, अल्पसंख्यक, कमजोर और गरीब के राशन की चोरी, पेंशन चोरी, दवाई चोरी, बच्चों की स्कॉलरशिप और परीक्षा की चोरी। ‘वोटर अधिकार यात्रा’ की वजह से बिहार की जनता में इसके बारे जागरूकता फैली और वो खुलकर राहुल गांधी जी के समर्थन में आए। इस दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने चुनाव आयोग को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव लोकतंत्र का आधार है, लेकिन आज चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर ही सवाल उठ रहे हैं।