बहराइच में भेड़ियों का आतंक जारी, मां के पास सो रही मासूम को उठा ले गया भेड़िया; दो आदमखोर ढेर

घर के बरामदे में अपनी मां के साथ सो रही एक साल की मासूम बच्ची को भेड़िया उठा ले गया। बच्ची की चीख सुनकर मां की नींद खुली और उसने शोर मचाया, लेकिन तब तक भेड़िया बच्ची को लेकर गन्ने के खेतों की ओर भाग चुका था।;

Update: 2025-12-13 21:30 GMT

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भेड़ियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। कैसरगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत गोड़हिया नंबर-4 के मजरा जरूवा में शनिवार तड़के एक दर्दनाक घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। घर के बरामदे में अपनी मां के साथ सो रही एक साल की मासूम बच्ची को भेड़िया उठा ले गया। बच्ची की चीख सुनकर मां की नींद खुली और उसने शोर मचाया, लेकिन तब तक भेड़िया बच्ची को लेकर गन्ने के खेतों की ओर भाग चुका था।

घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया। परिजन और ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर भेड़िए के पीछे दौड़े, लेकिन घने गन्ने के खेत और झाड़ियों का फायदा उठाकर भेड़िया ओझल हो गया। सूचना मिलते ही कैसरगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक बृजेन्द्र कुमार मिश्र पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। इसके साथ ही वन विभाग की टीम भी सक्रिय हो गई और बच्ची की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।

जानकारी के अनुसार, राजकुमार की पत्नी राम कुमारी अपनी एक वर्षीय बेटी आरवी उर्फ पिंकी के साथ घर के बरामदे में सो रही थीं। सुबह करीब पांच बजे अचानक एक भेड़िया आया और बच्ची को मां के बगल से अपने जबड़े में दबोचकर ले गया। घटनास्थल से कुछ दूरी पर गन्ने के खेतों में तलाशी के दौरान मांस के टुकड़े और हड्डियों के अवशेष मिले हैं, जिन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इस हृदयविदारक घटना के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।

कैसरगंज रेंजर ओंकार नाथ यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और गन्ने के खेतों व आसपास के इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाया गया। डीएफओ राम सिंह ने बताया कि वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम लगातार इलाके में काम्बिंग कर रही है। ड्रोन कैमरों की मदद से भी भेड़ियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है ताकि किसी और अनहोनी को रोका जा सके।

इसी बीच राहत की खबर यह रही कि देर शाम वन विभाग के शूटरों ने घटनास्थल से कुछ दूरी पर दो आदमखोर भेड़ियों को मार गिराया। अधिकारियों का कहना है कि ये वही भेड़िये हो सकते हैं, जो हाल के दिनों में लगातार हमलों को अंजाम दे रहे थे। हालांकि, अभी भी पूरे इलाके में सतर्कता बरती जा रही है और ग्रामीणों को रात के समय विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

गौरतलब है कि इससे पहले भी कैसरगंज इलाके में भेड़ियों के हमले की एक और दर्दनाक घटना सामने आ चुकी है। कुछ दिन पहले चार महीने के एक बच्चे को भेड़िया मां के पास से उठा ले गया था। देर रात हुई उस घटना के बाद वन विभाग और पुलिस ने ड्रोन से तलाश की थी। घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर गन्ने के खेत में बच्चे के शरीर के अवशेष और कपड़े मिले थे, जिससे उसकी पहचान हो सकी।

बहराइच जिले में भेड़ियों के हमलों में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दो बच्चे अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। लगातार हो रही घटनाओं से ग्रामीणों में भय का माहौल है। लोग अपने बच्चों और परिवार की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं। प्रशासन और वन विभाग पर दबाव बढ़ता जा रहा है कि जल्द से जल्द इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए, ताकि इलाके में फिर से सामान्य जीवन बहाल हो सके।

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