ओटीटी पर मनोरंजन की बौछार: ‘रैड 2’, ‘स्क्विड गेम सीजन 3’ और ‘पंचायत 4’ ने मचाया धमाल

Update: 2025-06-29 13:12 GMT



नई दिल्ली (शुभांगी)। इस हफ्ते ओटीटी की दुनिया में जबरदस्त हलचल देखने को मिली है। जो दर्शक लंबे समय से बड़े प्रोजेक्ट्स की वापसी का इंतजार कर रहे थे, उनके लिए अब इंतजार खत्म हो गया है। एक तरफ जहां भ्रष्टाचार और राजनीति पर आधारित सीरिज लोगों को सोचने पर मजबूर कर रही है, वहीं दूसरी ओर थ्रिल और इमोशन का ऐसा कॉम्बिनेशन भी देखने को मिल रहा है जो दर्शकों को अपनी सीट से हिलने नहीं दे रहा।


 ‘रैड 2’: ईमानदारी बनाम सत्ता का घातक संघर्ष

अगर कोई सीरीज है जो सिस्टम को बेनकाब करने की हिम्मत दिखा रही है, तो वह ‘रैड 2’ है। एक ईमानदार अफसर की कहानी जो बार-बार सत्ता और भ्रष्टाचार से टकराता है, दर्शकों के दिलों को छू रही है। इस बार कहानी और भी ज्यादा गहरी है – हर सीन में सत्ता का दबाव, व्यवस्था का पाखंड और सच के लिए एक व्यक्ति की जिद दिखाई देती है। फिल्म सिर्फ एक रैड तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उस सोच का प्रतीक है जहां इंसान खुद को सिस्टम से बड़ा मानने लगता है।

‘स्क्विड गेम सीजन 3’: खेल अब और भी खतरनाक हो चुका है

दुनिया भर में तहलका मचाने के बाद ‘स्क्विड गेम’ अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुका है। पर इस बार का खेल पहले से कहीं ज्यादा डरावना, मानसिक रूप से तोड़ने वाला और भावनात्मक रूप से गहरा है। सिर्फ जान की कीमत पर खेले जाने वाले खेल अब आत्मा को भी झकझोरते हैं। खिलाड़ियों को अब सिर्फ अपने विरोधियों से ही नहीं, खुद से भी लड़ना है। यह सीजन दर्शकों को बार-बार सोचने पर मजबूर करता है। आखिर इंसान कितनी दूर तक जा सकता है सिर्फ जिंदा रहने के लिए?


‘पंचायत 4’: गांव की राजनीति, हास्य और सच्चाई का अनोखा मेल

‘पंचायत’ ने शुरुआत से ही दर्शकों को अपने देसी अंदाज और सादगी भरी कहानी से जोड़े रखा है। अब चौथे सीजन में, यह शो और भी गहराई में जाता है। इस बार कहानी सिर्फ पंचायत चुनावों की नहीं है, बल्कि उसमें छिपे व्यक्तिगत संघर्षों, ग्रामीण राजनीति की चालबाजियों और दोस्ती-दुश्मनी के नए समीकरणों की भी है। हर कैरेक्टर अब एक नए रूप में सामने आ रहा है। कोई सत्ता की भूख में अंधा हो गया है, तो कोई चुपचाप सब देख रहा है और सही वक्त का इंतजार कर रहा है। कॉमेडी और इमोशन का यह मिक्स दर्शकों को न सिर्फ हंसाता है, बल्कि दिल भी छू जाता है।

क्या देखना है पहले?

हर सीरीज की अपनी अलग दुनिया है। अगर आप गंभीर और सस्पेंस भरी कहानियां पसंद करते हैं तो ‘रैड 2’ से बेहतर कुछ नहीं। अगर मनोवैज्ञानिक थ्रिल और चौंकाने वाले मोड़ आपकी पसंद हैं, तो ‘स्क्विड गेम’ सीजन 3 एक जरूरी पिक है। और अगर आप हल्के-फुल्के हास्य और देसी राजनीति के बीच दिल से जुड़ने वाले किरदार देखना चाहते हैं, तो ‘पंचायत 4’ आपका इंतजार कर रही है। इन तीनों शो ने यह साबित कर दिया है कि ओटीटी पर अब सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि सोच, बहस और संवाद की शुरुआत होती है।

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