AIR INDIA: इंडिगो संकट के दौरान एअर इंडिया ने दी यात्रियों को राहत, जानें टिकट और किराये पर छूट के बारे में
इंडिगो संकट से पता चल रहा कि भारत में एयरलाइन बाजार का अत्यधिक केंद्रीकरण भविष्य में पूरे हवाई तंत्र के लिए खतरा बन सकता है।;
नई दिल्ली। देशभर में इंडिगो की बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने के बाद यात्रा व्यवस्था बेहद प्रभावित हुई है। इंडिगो संकट से पता चल रहा कि भारत में एयरलाइन बाजार का अत्यधिक केंद्रीकरण भविष्य में पूरे हवाई तंत्र के लिए खतरा बन सकता है। अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों और आईसीएओ ने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते संरचनात्मक सुधार नहीं हुए, तो परिचालन संकट, पायलट थकान, स्टाफिंग गेप और टिकट अस्थिरता लगातार बढ़ेंगे, जिससे सुरक्षा और उपभोक्ता हितों पर गंभीर असर पड़ेगा। ऐसे हालात में एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस ने पहल करते हुए फंसे यात्रियों की मदद के लिए ठोस कदम उठाने का ऐलान किया है। एयरलाइन ने जानकारी दी कि उनका मकसद यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाना और अचानक बढ़े किराए के बोझ को कम करना है।
विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
इंडिगो संकट ने दिखा दिया है कि विमानन क्षेत्र का अत्यधिक केंद्रीकरण भविष्य में पूरे हवाई तंत्र को खतरे में डाल सकता है। अंतराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि भारत ने समय रहते संरचनात्मक सुधार नहीं किए तो आने वाले समय में परिचालन संकट, पायलट थकान, स्टाफिंग गैप और टिकट मूल्य-अस्थिरता के कारण लगातार तनाव में रहेगा। अंतरराष्ट्रीय विमानन संस्थाएं चिंता जता रही हैं कि एयरलाइन बाजार का अत्यधिक केंद्रीकरण उसे सिंगल प्वाइंट फेल्योर में बदल देता है, जहां एक कंपनी की आंतरिक समस्याएं पूरे राष्ट्रीय नेटवर्क को प्रभावित कर देती हैं।
एक एयरलाइन की बाजार में हिस्सेदारी अधिक होने से होता है किराया अस्थिरता
अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं इंटरनेशनल सिविल एवियशन ऑर्गेनाइजेशन (आईसीएओ) ने अपनी फ्रेमवर्क गाइडलाइन्स में स्पष्ट किया है कि किसी देश में एक एयरलाइन की बाजार हिस्सेदारी बहुत अधिक होने पर उसकी परिचालन विफलता से सुरक्षा जोखिम, किराया अस्थिरता और उपभोक्ता हानि कई गुना बढ़ जाती है।
उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी नियमों का पालन
एअर इंडिया ने कहा कि 4 दिसंबर से घरेलू नॉन-स्टॉप उड़ानों की इकोनॉमी क्लास पर किराए की एक तय सीमा लागू कर दी गई है। यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि ऑटोमेटेड प्राइसिंग सिस्टम की वजह से अचानक मांग बढ़ने पर टिकट दरें आसमान न छूने लगे। इसके साथ ही, एअर इंडिया और अन्य एयरलाइनें नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा 6 दिसंबर को जारी किए गए नए किराया नियमों का पालन भी कर रही हैं।
टिकट रीशेड्यूलिंग और कैंसिलेशन शुल्क में दी छूट
दरअसल यात्रियों को राहत देने के लिए एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस ने टिकट रीशेड्यूलिंग और कैंसिलेशन शुल्क में बड़ी छूट दी है। जिन यात्रियों ने 4 दिसंबर तक किसी भी एयरलाइन से 15 दिसंबर तक की यात्रा के लिए टिकट बुक की थी, वो बिना रीशेड्यूलिंग फीस के अपनी यात्रा की तारीख बदल सकते हैं। इसके अलावा बिना कैंसिलेशन चार्ज के टिकट रद्द कर पूरा रिफंड भी प्राप्त कर सकते हैं। यह सुविधा एक बार ही लागू होगी और केवल 8 दिसंबर तक ही मान्य रहेगी।
बुकिंग ट्रैवल एजेंट के जरिए भी कर सकते हैं
तेजी से बढ़ रही कॉल्स और शिकायतों को संभालने के लिए एअर इंडिया ने अपने ग्राहक सेवा केंद्रों पर अतिरिक्त स्टाफ और तकनीकी संसाधन तैनात किए गए हैं। यात्री अपनी बुकिंग में बदलाव या रद्दीकरण एयरलाइन के 24×7 कॉल सेंटर, या किसी भी ट्रैवल एजेंट के जरिए भी कर सकते हैं।
इंडिया एक्सप्रेस ने अतिरिक्त उड़ानों की व्यवस्था की
इस स्थिति से निपटने के लिए एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस ने कुछ प्रमुख रूट्स पर अतिरिक्त फ्लाइट्स शुरू की है। इसके साथ ही मौजूदा उड़ानों में अधिक सीटें उपलब्ध कराई हैं. साथ ही यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि यात्रियों का बोर्डिंग और सामान जल्द से जल्द गंतव्य तक पहुंच सके।