Bengaluru Stampede: ‘फ्री एंट्री सोचकर पहुंच गए 2.5 लाख लोग’, सरकार ने हाईकोर्ट में कही ये बात, जानें कब होगी अगली सुनवाई
कर्नाटक सरकार ने हाईकोर्ट में बताया कि 1,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी चिन्नास्वामी स्टेडियम के आसपास तैनात थे;
बेंगलुरु। बेंगलुरु के चिन्नास्वामी क्रिकेट स्टेडियम के पास हुई भगदड़ से संबंधित मामले में गुरुवार को कर्नाटक हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्टेडियम के बाहर करीब 2.5 लाख लोग यह सोचकर पहुंचे कि एंट्री फ्री है। कोर्ट ने 10 जून को याचिका को फिर से सूचीबद्ध करने के कहा। वहीं, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेंगलुरु शहरी उपायुक्त के नेतृत्व में घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।
क्यों पहुंच गए 2.5 लाख लोग?
सुनवाई के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कोर्ट को बताया कि हम सबसे पहले यह अनुरोध करना चाहेंगे कि कोई दोषारोपण न हो। हम केवल तथ्यों को उसी रूप में प्रस्तुत करना चाहते हैं, जैसा कि वे घटित हुए थे। हम कोई प्रतिकूल दृष्टिकोण नहीं अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए 1000 से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया था। स्टेडियम की क्षमता 35,000 है। आमतौर पर केवल 30,000 टिकट ही बिकते हैं। इस बार लगभग 2.5 लाख लोग यह सोचकर आए कि प्रवेश निःशुल्क है।
कर्नाटक सरकार ने भी किया ये दावा
कर्नाटक सरकार ने हाईकोर्ट में बताया कि शहर के पुलिस आयुक्त, डीसीपी और एसीपी समेत 1,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी चिन्नास्वामी स्टेडियम के आसपास तैनात थे। इससे पहले कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने डीके शिवकुमार ने दावा किया था कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 5,000 पुलिसकर्मी मौजूद थे। सरकार ने कहा कि पानी के टैंकर, एंबुलेंस और कमांड और कंट्रोल वाहन भी मौजूद थे। यह इंतजाम पिछले मैचों के दौरान किए गए काम से कहीं ज्यादा थे।