बीजेपी विधायक ने कलेक्टर से कहा- सबसे बड़े चोर तो तुम हो...इस बात पर दोनों ने उठा लिए एक दूसरे पर हाथ! जानें फिर क्या हुआ

बीजेपी विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा कुछ किसानों को लेकर डीएम आवास पर पहुंचे थे;

By :  Aryan
Update: 2025-08-28 10:52 GMT

भोपाल। मध्य प्रदेश के भिंड जिले में खाद की कमी हो गई, इसलिए बीजेपी विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा कुछ किसानों को लेकर डीएम आवास पर पहुंचे थे। इस मुद्दे को लेकर बीजेपी विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा और वहां के कलेक्टर के बीच झड़प हो गई। इसी बीच कलेक्टर ने विधायक को जैसे ही उंगली दिखाई, तो विधायक ने मुक्का उठाया। इस मामले में मंत्री प्रहलाद पटेल ने हस्तक्षेप किया। उसके बाद विवाद रुक गया।

खाद के मामले को लेकर विधायक का पारा गरम हो गया

जानकारी के मुताबिक, बीजेपी विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा कुछ किसानों को लेकर डीएम आवास पर पहुंचे थे। उन लोगों का कहना था कि किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है। किसान जब नारेबाजी करने लगे तो कलेक्टर संजीव वहां आ गए। उन्होंने सुरक्षा कर्मियों को गेट बंद करने के लिए कह दिया। इसी बात से विधायक नरेंद्र सिंह भड़क गए। विधायक ने कहा कि कलेक्टर को किसानों की शिकायत सुननी ही होगी।

कलेक्टर ने दिखाई उंगली तो उठाया मुक्का

जानकारी के मुताबिक, कलेक्टर ने विधायक को उंगली दिखाते हुए कहा कि वो अपनी औकात में रहें। वहीं विधायक ने इस बात पर मुक्का दिखाते हुए कहा कि वो उन्हें जानते नहीं हैं। इस पर कलेक्टर ने कहा कि वो रेत की चोरी नहीं होने देंगे। फिर विधायक ने कहा कि सबसे बड़े चोर तो तुम हो, दोनों के बीच बढ़ते विवाद को देख सुरक्षा कर्मियों ने उनको छुड़ाया। अंत में इस मामले को मंत्री प्रहलाद पटेल ने शांत किया।

आईएएस संजीव कुमार श्रीवास्तव भिंड के डीएम हैं

आईएएस संजीव कुमार श्रीवास्तव वर्तमान में भिंड के डीएम हैं, लेकिन ये अक्सर विवादों में घिरे रहते हैं। इससे पहले जुलाई 2025 में परीक्षा के दौरान भी उन्होंने एक छात्र को थप्पड़ लगाया था। इस घटना से राज्य भर में उनकी आलोचना हुई थी। जबकि एक अन्य मामले में तहसीलदार माला शर्मा ने सीएम मोहन यादव को पत्र लिखते हुए संजीव कुमार पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था।

बिना UPSC क्वालीफाई किए बने IAS

संजीव कुमार मूल रूप से एमपी के रायसेन जिले के निवासी हैं। वह बिना UPSC पास किए आईएएस अधिकारी बने हैं। दरअसल 2011 में वो राज्य सिविल सेवा से भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रमोट किये गये थे। भिंड में नियुक्ति से उमरिया जिले के डीएम के रूप में उन्होंने काम किया है। इसके अलावा वह कुछ शहरों में अन्य प्रशासनिक पदों पर भी काम कर चुके हैं।

आईएएस संजीव कुमार की शिक्षा

आईएएस संजीव के पास बीटेक और एमबीए की डिग्री है। उन्होंने पीजीडीसीए भी किया है। इसके बाद उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर थी। उन्होंने एमपी लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की थी और प्रशासनिक पद पर चयिनत हुए थे।

हाईकोर्ट ने लताड़ा था

ऐसा मामला पहली बार नहीं हुआ है जब आईएएस संजीव श्रीवास्तव विवादों में हैं। इससे पहले फरवरी 2025 में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर पीठ ने लोक निर्माण विभाग से जुड़े एक मामले में उनके आचरण को लेकर उन्हें लताड़ा था।


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