Delhi: स्ट्रीट फूड हाइजीन को लेकर MCD का बड़ा एक्शन, 1000 आउटलेट किए सील, 78 लाख रुपये भी वसूले
इस कार्रवाई का मकसद हानिकारक खाद्य पदार्थों से होने वाली बीमारियों पर रोक लगाना;
नई दिल्ली। खाद्य पदार्थों की स्वच्छता और सुरक्षा मानकों में सुधार के लिए चलाए गए अभियान के तहत MCD ने 1 अप्रैल से 30 जून के बीच 1,000 से अधिक प्रतिष्ठानों को सील कर दिया है तथा 3,100 से ज्यादा को नोटिस भेजे गए हैं। डेटा के हिसाब से स्वास्थ्य विभाग के सब-फूड हाइजीन के अभियान के तहत की गई कार्रवाई में 12 एमसीडी को शामिल किया गया, और जुर्माने के तौर पर 78 लाख रुपये से अधिक वसूला गया है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य घनी आबादी वाले जगहों पर चल रहे अवैध और अनहाइजीनिक फूड आउटलेट पर फोकस करना है।
हजारों ठिकानों पर छापे मारे गए
MCD द्वारा मांस की दुकानों, ढाबों, रेस्टोरेंट, जूस कॉर्नर और मिठाई की दुकानों इत्यादि कुल करीब 5 हजार जगहों का पर छापे मारे गए। आंकड़ों के हिसाब से तकरीबन 1,000 जगहों पर स्वास्थ्य लाइसेंसिंग मानदंडों का उल्लंघन किया गया है, सील कर दिया गया। इसके अलावा स्वच्छता और सुरक्षा नियमों का पालन न करने वालों में 3,100 नोटिस जारी किए गए एवं 1,000 चालान काटे गए। सेंट्रल जोन, साउथ जोन, और वेस्ट जोन जैसे क्षेत्रों में यह कार्रवाई तेज़ी से हो रही है।
एमसीडी के जोनों का निरीक्षण
जानकारी के मुताबिक सेंट्रल जोन के द्वारा 840 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया तथा 237 यूनिट को सील किया गया। सेंट्रल जोन ने 381 नोटिस भी जारी किए और 81 चालान भी काटे। आंकड़ों के अनुसार, वेस्ट जोन में 640 जगहों पर छापे मारे गए, 157 जगहों को सील किया गया और 193 को नोटिस जारी किए गए। वहीं साउथ जोन में 561 जगहों के निरीक्षण किए गए, 151 संपत्तियां सील हुई तथा 197 नोटिस जारी किए गए। नॉर्थ जोन में भी बड़ी संख्या में कार्रवाई की गई, 60 से अधिक दुकानें सील की गईं और कई नोटिस जारी हुआ।
अनहाइजीनिक फूड आउटलेट पर फोकस
इस अभियान के तहत घनी आबादी वाले इलाकों, खासकर स्कूलों और धार्मिक स्थलों के आसपास अवैध रूप से चल रहे अनहाइजीनिक फूड आउटलेट पर फोकस था। अधिकारियों के मुताबिक इस कार्रवाई का मकसद हानिकारक खाद्य पदार्थों से होने वाली बीमारियों पर रोक लगानाऔर जनता के स्वास्थ्य ध्यान रखना है।
जुर्माने और दंड रूप में पैसे वसूले
एमसीडी ने अप्रैल से जून के दौरान जुर्माने और दंड के रूप में कुल 78,70,124 रुपये वसूला। इसमें संपत्ति संबंधी किये गए उल्लंघनों से 21,74,927 रुपये, स्वास्थ्य चालानों से 21,74,927 रुपये, खाद्य सुरक्षा उल्लंघनों के 6,66,270 रुपये और स्वच्छता संबंधी जुर्माने से 27,54,000 रुपये इत्यादि भी शामिल हैं, जो एमसीडी ने वसूले।