Indian Railway: झारखंड व बिहार वासियों के लिए खुशखबरी! कोडरमा-तिलैया के बीच दिसंबर से दौड़ेंगी ट्रेनें, 4 सुरंग और 7 पुल करेंगी पार
लगभग 1625 करोड़ की लागत से 65 किलोमीटर लंबा कोडरमा-तिलैया रेलखंड बन रहा है;
नई दिल्ली। झारखंड व बिहार वासियों के लिए राहत की खबर है। झारखंड व बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ने वाला कोडरमा-तिलैया रेलखंड आने वाले दिनों में लोगों के सामने होगी। इस रूट पर चार सुरंग व सात पुल से होकर गुजरने वाली ट्रेनें यात्रियों को राहत और सुकून देगी।
महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने की समीक्षा
पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने उच्च स्तरीय बैठक के बाद कोडरमा-तिलैया राजगीर रेल लाइन की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया। बैठक में उन्होंने समयसीमा से काम पूरा करने को जोर दिया तथा मानिटरिंग करने के लिए कई निर्देश भी दिए। बैठक में मुख्य प्रशासनिक पदाधिकारी निर्माण उत्तर रामजनम, मुख्य प्रशासनिक पदाधिकारी दक्षिण रामाश्रेय पांडेय एवं निर्माण कंपनी राइटस के अधिकारी शरीक थे। लगभग 1625 करोड़ की लागत से 65 किलोमीटर लंबा कोडरमा-तिलैया रेलखंड बन रहा है,जिसकी दिसंबर 2025 तक पूरा होने की संभावना बताई जा रही है।
निर्माण कार्य अंतिम चरण में है
सुरंग, पुल और स्टेशनों का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। रेलवे अधिकारी ने कहा कि अब तक 50 किलोमीटर रेल लाइन का काम पूर्ण हो चुका है। इसमें 350 मीटर, 305 मीटर, 255 मीटर व 250 मीटर की चार सुरंगें बन रही है। दिसंबर तक रेलमार्ग चालू होता है तो पर्यटकों के लिए बेहतर होगा। इस रेलखंड से राजगीर, नालंदा, पावापुरी व ककोलत जैसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल सीधे जुड जाएंगे। पर्यटकों के लिए नया साल आने से पहले तोहफा मिल जाएगा। इस रेलखंड के शुरू होने से राजगीर, तिलैया, नवादा, बरही, कोडरमा जैसे क्षेत्रों के लोगों को रेलवे की बेहतर सुविधा मिलेगी। साथ ही इलाज, शिक्षा, रोजगार और व्यापार के रास्ते भी खुलेंगे और पर्यटन को भी मजबूती मिलेगी ।
रेलवे के अधिकारियों ने कहा
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, निर्माण कार्य पूरा होते ही इस रेलखंड पर यात्रीगाड़ी व मालगाड़ियां दोनों चलेंगी। इस रेलखंड के बन जाने से राजगीर और रांची का सफर कम समय में होगा। रेलवे ने इस रेलखंड में वाइल्डलाइफ कारिडोर बनाने की भी योजना बनाई है, जिससे वन्यजीवों को सुरक्षित रास्ता मिल सके। रेलखंड के स्टेशन परिसर में नवादा व कोडरमा की लोक कलाओं व शिल्पकलाओं की झलक भी दिखेगी।
रेल लाइन के निर्माण में बजट
इस रेल लाइन के निर्माण के लिए 446.74 करोड़ का आवंटन किया गया है। वर्ष 2004 में तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार के समय इस परियोजना को स्वीकृति मिली थी।